बिहार के 2 माओवादी नेताओं के पास करोड़ों की संपत्ति, ED ने दर्ज किया केस
पटना। बिहार के दो प्रमुख माओवादी नेता संदीप यादव और प्रद्युम्न शर्मा के पास करोड़ों की संपत्ति होने की बात सामने आई है। संदीप को बिहार और झारखंड में दर्ज 88 मामलों में पुलिस को तलाश है। वहीं प्रद्युम्न को दो दर्जन से ज्यादा मामलों में पुलिस खोज रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, 2002 के तहत बिहार और झारखंड में सक्रिय इन दोनों माओवादी नेताओं के खिलाफ केस रजिस्टर किया है। बिहार पुलिस ने संदीप यादव और प्रद्युम्न शर्मा के परिवार की संपत्ति खंगाली है जिनके आधार पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि दोनों ही नेता और उनके परिवार के पास 1.2 करोड़ की प्रॉपर्टी है। इस प्रॉपर्टी के अलावा दोनों नेताओं के बच्चे महंगे इंजीनियरिंग कॉलेजों और स्कूलों में पढ़ रहे हैं। एक माओवादी नेता की भांजी ने 22 लाख रुपए देने के बाद मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया है। जानकारी के अनुसार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी का सदस्य संदीप यादव मध्य जोन का इंचार्ज हैं तो वहीं मगध जोन का चार्ज प्रद्युम् शर्मा के पास है। प्रद्युम् शर्मा मूल रुप से जहानाबाद जिला के हुलासगंज थाना अंतर्गत रुस्तमपुर गांव का निवासी है।
कभी गांव में ही रहने वाले प्रद्युम् शर्मा की दो दशक पूर्व अपने ही गांव के एक संपन्न किसान ज्वाला सिंह से लड़ाई हुई जिसके बाद वह नक्सली बन गया। पुलिस के मुताबिक संदीप को बिहार के गया और औरंगाबाद, झारखंड के चतरा और पलामू में दर्ज 88 मामलों में खोजा जा रहा है। इसके अलावा संदीप पर जुलाई 2010 में 10 सीआरपीएफ जवानों को मारने का भी आरोप है। वहीं प्रद्युम्न को दो दर्जन से ज्यादा मामलों में पुलिस खोज रही है। प्रद्युम् शर्मा को एसटीएफ ने कुछ वर्ष पूर्व गया-पटना मार्ग पर धनरुआ के पास उस समय दबोचा था जब वह मोटरसाइकिल से कहीं जा रहा था पर जेल से निकलने के बाद वह फिर से कभी पुलिस के हाथ नहीं लग सका।
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