शिवानंद के 'पिकनिक' वाले बयान पर भड़की कांग्रेस तो राजद ने कहा-'ये तिवारी की निजी राय'
नई दिल्ली। बिहार में जहां एक ओर NDA सरकार गठन की ओर बढ़ रही है और नीतीश कुमार 7वीं बार सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में राजद नेता शिवानंद तिवारी के ताजा बयान के बाद बवाल मच गया है, कांग्रेस ने तिवारी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि शिवानंद तिवारी भाषा की मर्यादा भूल चुके हैं, उनकी बातें किसी भी तरह से सही नहीं है। कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिवानंद राजद के वरिष्ठ नेता हैं और उन्हें सोच समझकर बयान देना चाहिए।
राजद एक क्षेत्रीय पार्टी है और उसका दायरा बिहार तक सीमित है, राहुल गांधी ने कहा है कि बिहार को जब जब जरूरत होगी वह यहां आते रहेंगे, उन्होंने ऐसा किया भी लेकिन वह राजद नेताओं की तरह काम नहीं कर सकते हैं ।महागठबंधन की एक मर्यादा होती है, हर किसी को उसका पालन करना बहुत जरूरी है। कांग्रेस नेता ने राजद को सलाह दी है कि वह ऐसे नेताओं के बयान पर लगाम लगाए।
आपको बता दें कि बिहार चुनाव के बाद राहुल गांधी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा था कि 'बिहार में चुनाव सरगर्मियां तेज थी और राहुल गांधी शिमला में प्रियंका गांधी के घर पिकनिक मना रहे थे। क्या पार्टी ऐसे चलती है?, उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी महागठबंधन के लिए एक बाधा बन गई। कांग्रेस ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, लेकिन रैलियां 70 भी नहीं की, राहुल गांधी बिहार में सिर्फ 3 दिन आए थे। प्रियंका गांधी तो आई भी नहीं...क्योंकि वो बिहार से ज्यादा परिचित नहीं थीं। बिहार में चुनाव सरगर्मी तेज थी और राहुल गांधी शिमला में प्रियंका गांधी के घर में पिकनिक मना रहे थे। कांग्रेस पार्टी जिस तरह से चलाई जा रही है, उससे तो बीजेपी को फायदा हो रहा है।'
देखें: शिवानंद तिवारी का Video
हालांकि राजद ने कांग्रेस के बयान के बाद शिवानंद तिवारी के बयान से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि तिवारी ने जो कुछ भी कहा है वह उनकी निजी राय है। आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि यह पार्टी का रुख नहीं है। किसी भी विश्लेषण के लिए एक उचित समय और स्थान होता है, हम जानने की कोशिश करेंगे कि हमारे पास सहयोग और तालमेल में कमी कहां है।
मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम बीते मंगलवार को घोषित किए गए थे। चुनाव परिणामों में 75 विधानसभा सीटें हासिल कर आरजेडी एक बार फिर से राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, हालांकि उनके महागठबंधन को बहुमत नहीं मिला, कांग्रेस, आरजेडी और वाम दलों का महागठबंधन बिहार की 243 सीटों में से 110 सीटें ही हासिल कर पाया है।
कांग्रेस के मिली मात्र 19 सीटें, राजद को 75
तो वहीं, एनडीए ने 125 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिनमें से 74 सीटों पर भाजपा, 43 सीटों पर जेडीयू और 4-4 सीटों पर वीआईपी व हम ने जीत का परचम लहराया है। इनके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को पांच, चिराग पासवान की एलजेपी को 1 और बहुजन समाज पार्टी को भी एक सीट मिली है। बिहार विधानसभा की एक सीट निर्दलीय के खाते में गई है।