बिहार 10वीं बोर्ड की 42,500 कॉपियां कबाड़ी के पास मिलीं, चपरासी ने 8500 रुपए में किया था सौदा
गोपालगंज। मैट्रिक आंसर शीट घोटाला में अब एक नया खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक गोपालगंज के एसएस बालिका इंटर कॉलेज से 42 हज़ार 500 मूल्यांकन की कॉपियां गायब हुई थी उन कॉपियों का पता अब चल गया है। एसआईटी के सूत्र के मुताबिक कॉपियों को कॉलेज के आदेश पाल सिंह ने ही कबाड़ में बेचा था। यह खुलासा कोई और नहीं बल्कि रद्दी के भाव से खरीदने वाली कबाड़ वाले ने एसआईटी के सामने किया है। कबाडी ने कहा कि इन कॉपियों को खरीदने के बदले उसने साढ़े 8 हजार रुपए भी चुकाए थे।
जानकारी के मुताविक कल मामले की छानबीन कर रही एसआईटी ने नगर थाना के हजियापुर मोड़ के समीप से एक कबाड़ी वाले को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किये गए कबाड़ी वाले का नाम पप्पू कुमार गुप्ता है उससे इस बारे में बात किया गया तो उसने कॉपियों की खरीद की बात का खुलासा किया ।
पप्पू कुमार गुप्ता के मुताबिक उसे कॉलेज के आदेशपाल ने मोबाइल पर फोन कर कबाड़ में कुछ कॉपियों को बेचने की बात कही थी। मोबाइल फोन पर सूचना मिलने के बाद पप्पू कुमार गुप्ता ने देर रात टैम्पू से पहुंचकर वहां मैट्रिक की रखी गयी करीब एक लाख कॉपियों में से 216 बैग कॉपियों को कबाड़ में लेकर चला गया। उस बैग में करीब 42 हज़ार 500 कॉपियां थी।
पप्पू ने इन कॉपियों के बदले आदेशपाल को साढ़े आठ सौ रूपये भी सौंपे थे। पप्पू के बयान पर पुलिस ने टेम्पू चालक संजय कुमार को भी इस साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। टैम्पू चालक संजय कुमार ने बताया की उसने करीब 18 दिन पहले ही इन कॉपियों को वहा से लेकर कबाड़ में पंहुचा दिया था। यह भी खुलासा हुआ कि इन कॉपियों को उस स्कूल से 5 जून को बेचा गया था।
बता दें की एसआईटी ने इस मामले में पहले से आदेशपाल सिंह और नाइट गार्ड असपुजन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस तरह इस मामले में अभी तक सिर्फ 4 लोगों को ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जबकि गिरफ्तार प्राचार्य को अभी भी जेल नहीं भेजा गया है।