राजद से राज्यसभा उम्मीदवार मनोज झा, अशफाक ने भरा नामांकन
पटना। बिहार में सभी पार्टियों के द्वारा अपने-अपने राज्यसभा सदस्य के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है और सभी उम्मीदवारों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। राजद से पार्टी प्रवक्ता मनोज झा और कटिहार के अशफाक अहमद ने नामांकन भरा। जदयू के वशिष्ठ नारायण सिंह और राजा महेंद्र नामांकन दाखिल किया। वहीं कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह तो भाजपा से चौथी बार राज्यसभा के लिए रविशंकर प्रसाद ने नामांकन किया है। आपको बताते चलें कि आने वाले 23 मार्च को बिहार की छह राज्यसभा सीटों के चुनाव है इसके लिए सभी दलों के प्रत्याशियों ने आज नामांकन दाखिल किया है।आगामी दो अप्रैल को राज्य सभा की छह सीटें खाली हो रही हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को बीजेपी से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद तथा जेडीयू से प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ-साथ किंग महेंद्र ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया तो राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा और अशफाक करीम तथा कांग्रेस से पूर्व मंत्री अखिलेश सिंह ने नामांकन भरा है। इन सभी की स्क्रूटनी मंगलवार को होगी। बिहार में राज्यसभा की खाली सीट पर सोमवार को भाजपा के केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सिंह चौथी बार राज्यसभा के लिए नामांकन भरा और उनका राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है। नामांकन के वक्त एनडीए गठबंधन के कई नेता उपस्थित थे।
दूसरी तरफ जदयू के दो प्रत्याशी प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और महेंद्र उर्फ किंग महेंद्र ने भी अपने समर्थकों के मौजूदगी में पर्चा दाखिल किया। राजद से मनोज झा और अशफाक अहमद ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, रामचंद्र पूर्वे और भोला यादव समेत कई विधायकों की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया है। वहीं पूर्व मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी अपने समर्थक को और बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी के साथ नामांकन कराने पहुंचे।
आपको बताते चलें कि विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से दोनों गठबंधनों के हिस्से में तीन-तीन सीटें आसानी से आती दिख रही हैं जहां राजद और जदयू के खाते में दो-दो और भाजपा एवं कांग्रेस के खाते में एक सीट आसानी से आ जाएगी। वहीं खाली होने वाली सभी 6 सीटें सत्ताधारी पार्टी के हैं। 13 तारीख को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और नाम वापसी की आखिरी तारीख 15 मार्च है।
राजद
से
राज्यसभा
के
उम्मीदवार
के
बारे
में
कुछ
खास
बातें
जब
राजद
से
राज्यसभा
उम्मीदवार
बनाए
जाने
वाले
कटिहार
मेडिकल
कॉलेज
के
अशफाक
करीम
से
बातचीत
की
गई
तो
उन्होंने
कहा
कि
हमारी
पहली
प्राथमिकता
विकास
है
।मैं
अति
पिछड़ा
कटिहार
इलाके
से
आता
हूं
और
मेरी
कोशिश
है
कि
इस
इलाके
की
समस्या
का
समाधान
कर
सकूं।
खासतौर
से
मेरा
फोकस
शिक्षा,
हेल्थ
और
रोजगार
पर
रहेगा।
साथ
ही
उन्होंने
कहा
कि
हमें
और
मनोज
झा
को
टिकट
देने
का
फैसला
सुप्रीमो
लालू
प्रसाद
यादव
का
है,
पार्टी
में
इसको
लेकर
कोई
नाराजगी
नहीं
है।
राजद से राज्यसभा जाने वाले उम्मीदवार शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, जहां मनोज झा आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। अशफाक करीम कटिहार मेडिकल कॉलेज के एमडी हैं। अशफाक पहले लोक जन शक्ति पार्टी में थे। रामविलास पासवान के खास माने जाते थे। वह कटिहार के बारसोई विधानसभा से किस्मत आजमाने के अलावे 2009 में कटिहार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। एलजेपी सुप्रीमो रामविलास पासवान के लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने सीमांचल की समस्या को प्रमुखता से उठाने के लिये कोसी बेदारी मोर्चा मंच का भी गठन किया था। 2013 में कटिहार के महेश्वरी एकेडमी के मैदान में लोजपा की ओर से बिहार बचाओ यात्रा के अंतर्गत सभा का आयोजन किया गया था जिसमे अहमद अशफाक करीम ने कटिहार के बाढ़ की समस्या को जोर-शोर से उठाया था।