बिहार में रातभर चला एक मुर्दा बच्चे को जिंदा करने का खेल, पुलिस पर चले पत्थर
महिला अपने आप को पूरी तरह तैयार कर बच्चे के कब्र के पास पहुंची ही थी कि मामले की जानकारी नजदीकी पुलिस को लग गई।
पटना। अंधविश्वास के खेल में जिंदगी बर्बाद होने की बात अधिकतर सुनी जाती है लेकिन यहां लोग एक महिला की बातों पर अंधविश्वास का खेल देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। दरअसल हुआ यूं की एक बच्चे की किसी कारण से मौत हो गई थी। बच्चे की मौत के बाद गांव की ही एक महिला को डायन बताते हुए उसके मौत का कारण बताया गया और जिंदा करने की दबाव डाला गया।
महिला पर बच्चे को जिंदा करने का बनाया गया दबाव
महिला को गांव वालों ने पंचायत में बेइज्जत करते हुए कहा कि अगर बच्चा जिंदा नहीं हुआ तो तुम्हारे पूरे बदन में आग लगा देंगे। पंचायत की इस तरह की बात सुनने के बाद महिला ने दावा किया कि सोमवार की 12 बजे वो बच्चे को कब्र से निकालकर जिंदा कर देगी। हालांकि बच्चे को अंतिम संस्कार करते हुए कब्र में दफना दिया गया था।
महिला ने खुद को तैयार किया और जैसे ही कब्र पर गई...
महिला के दावे को मद्देनजर रखते हुए लोग सुबह से ही तैयारी में लग गए थे। तो महिला भी अंधविश्वास के खेल में सुबह से मंत्र जाप करने लगी थी। गांव वालों ने जैसे सुना महिला मृत बच्चे को जीवित करेगी, आसपास के कई गांवों के लोग ये नजारा देखने वहां पहुंच गए। देखते ही देखते दिन बीत गया और रात हो गई। महिला अपने आप को पूरी तरह तैयार कर बच्चे के कब्र के पास पहुंची ही थी कि मामले की जानकारी नजदीकी पुलिस को मिली और वो मौके पर पहुंच गई।
लोगों की बेसब्री इतनी बढ़ गई कि उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया
इसके बाद पुलिस ने महिला को अंधविश्वास के आरोप में गिरफ्तार करते हुए उसे थाने ले जाने लगी। हालांकि वहां उपस्थित सैकड़ों ग्रामीणों ने महिला की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए पुलिस पर जमकर पथराव किया। जानकारी के मुताबिक अंधविश्वास का खेल खेलने वाला मामला बिहार के वैशाली जिले का है। जहां जिले के गोरौल थाना क्षेत्र के बेलवर गांव में एक 5 साल के बच्चे की मौत हो गई थी।
अगर वो ऐसा नहीं करती तो गांव वाले उसे जिंदा जला देते
जिसके बाद गांव वालों ने गांव की ही रहने वाली ऊषा देवी पर डायन होने का आरोप लगाते हुए बच्चे की मौत का आरोप लगाया और उसे जिंदा करने के लिए गांव वालों की पंचायत में बुलाया। पंचायत के सामने महिला ने अपना गुनाह कबूल करते हुए उसे जिंदा करने की बात बताई और सोमवार को विशेष तैयारी के साथ उसे जिंदा करने का कार्यक्रम चल रहा था। अगर वो ऐसा नहीं करती तो गांव वाले उसे जिंदा जला देते।