बिहारी छात्रों के साथ मारपीट के मामले में नीतीश ने की मणिपुर के CM से बात
घटना में घायल हुए छात्रों के समुचित इलाज के साथ-साथ दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। मणिपुर के एनआईटी में क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद ने उग्र रूप धारण कर लिया था।
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मणिपुर के मुख्यमंत्री से फोन पर बातचीत करते हुए इंफाल एनआईटी में बिहारी छात्रों से की गई मारपीट और दुर्व्यवहार के मामले पर पूरी जानकारी ली और उचित कानूनी कार्रवाई करने की अपील करते हुए कहा कि इस घटना में घायल हुए छात्रों के समुचित इलाज कराने के साथ-साथ अविलंब दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। आपको बता दें कि मणिपुर के इंफाल एनआईटी में सोमवार को बिहारी छात्रों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना सामने आई थी, जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री के साथ-साथ बिहार के गृह सचिव और डीजीपी ने मणिपुर के गृह सचिव और डीजीपी से फोन पर बात करते हुए इस घटना में घायल हुए छात्रों के समुचित इलाज के साथ-साथ दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
क्रिकेट खेलने को लेकर हुआ विवाद
दरअसल मणिपुर के एनआईटी में क्रिकेट खेलने को लेकर हुए विवाद ने उग्र रूप धारण कर लिया और सोमवार को मणिपुर का एनआईटी रण क्षेत्र में तब्दील हो गया। जिसके बाद पुलिस जवानों ने बिहार और दूसरे राज्य के छात्रों के साथ बेरहमी से पिटाई कर दी। वहीं इस घटना में करीब एक दर्जन से ज्यादा छात्र घायल हो गए थे। जिसके बाद किसी तरह मामला शांत किया गया और घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं इस घटना में कई छात्रों को हिरासत में लेने की भी बात सामने आई। इस हमले में 35 से ज्यादा छात्र घायल हो गए।
बता दें कि ये पूरी घटना क्रिकेट खेलने को लेकर शुरू हुई और देखते ही देखते दोनों पक्षों में जमकर विवाद होने लगा, जिसमें भोजपुर, नालंदा, पटना के छात्रों को काफी चोट आई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करना शुरू कर दिया। वहीं स्थानीय लड़कों पर कार्रवाई नहीं होने से गुस्साए बिहार, यूपी सहित दूसरे राज्यों के दर्जनों छात्र रजिस्ट्रार कार्यालय के आगे सुबह से ही प्रदर्शन करने लगें।
जानिए कैसे हुआ हंगामा, क्या था पूरा मामला?
एनआइटी मणिपुर कैंपस में स्थानीय लोग पिछले पांच दिनों से खेलने आ रहे थे। हर दिन एनआईटी के छात्रों को खेलने नहीं दिया जा रहा था। अंत में रविवार को छात्रों ने स्थानीय लोगों को मना किया। इसके बाद सोमवार को तीन छात्र पटना के बोरिंग रोड के प्रांजल प्रसून, आरा के प्रीतम रजक और नालंदा के भरत बाहर कुछ समान खरीदने गए, इस दौरान उन्हें 20 स्थानीय लोगों ने घेर कर पीटना शुरू कर दिया, जिससे ये तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
इसके बाद कॉलेज पहुंचकर छात्रों ने इसकी शिकायत की और सभी गैर मणिपुरी छात्र एकजुट होकर कॉलेज प्रशासन से सुरक्षा की मांग करने लगे।
32 घायल और 16 गिरफ्तार
इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने स्थानीय पुलिस को बुलाकर स्टूडेंट्स पर बल प्रयोग कराया। इसमें 32 से ज्यादा छात्र घायल हो गए। वहीं 16 छात्रों को पुलिस गिरफ्तार कर ले गई। इसके बाद से कैंपस में तनाव के साथ-साथ छात्रों का आरोप था कि स्थानीय लोगों के हमले के बाद कॉलेज प्रशासन ने कोई मदद नहीं की और उसके इतर कॉलेज प्रशासन ने पुलिस प्रशासन को बुलाकर छात्रों को पिटवाया। इसी को लेकर विवाद शुरू हुआ और इस मामले में बिहार के छात्रों के साथ मारपीट करते हुए दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है।