बिहार विधानसभा चुनाव: निर्वाचन आयोग ने बुलाई अहम बैठक, सभी दलों के नेता अपने-अपने सुझाव देने पहुंचे
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। अब निर्वाचन आयोग अपनी तैयारियों में जुटा है। आयोग की टीम मुख्य आयुक्त की अगुवाई में बिहार पहुंची है और इसी क्रम में एक बैठक आयोजित की। जिसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। आयोग के अधिकारियों ने सभी पार्टियों की राय जानी।
संवाददाता ने बताया कि, बैठक में जेडीयू की तरफ से कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, मंत्री ललन सिंह, संजय झा आए। जबकि, आरजेडी की तरफ से मनोज झा, चितरंजन गगन और कांग्रेस, लोजपा सहित तमाम पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। जेडीयू ने रखी चुनाव आयोग के सामने तीन मांगें जेडीयू की तरफ से इस बैठक में तीन महत्वपूर्ण मांगे सामने रखी गई। बैठक की जानकारी देते हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा की चुनावी सभाओं में सीमित भीड़ को लेकर राजनीतिक पार्टियों में संशय है। जहां पर सभा होनी है, वहां अगर ज्यादा भीड़ हो जाती है तो उसे कैसे रोका जाएगा, वहीं दूसरी मांग यह थी 80 साल से ज्यादा बुजुर्गों को बैलेट पेपर से चुनाव के लिए 12d का फॉर्म भरना है।
जेडीयू ने मांग करते हुए कहा कि चुनाव आयोग के कर्मचारी खुद घर जाकर बुजुर्गों से ये फार्म भरवाए ताकि ज्यादा से ज्यादा मतदान हो सके। चुनाव आयोग के साथ हुई बैठक में आरजेडी की तरफ से शामिल हुए सांसद मनोज झा ने मतदान सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक 12 घंटे करने की मांग की। मनोज झा ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में कई अधिकारियों के व्यक्तिगत संबंध सत्ताधारी दल से हैं, ऐसे में उन सारे अधिकारियों पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है ताकि निष्पक्षता के साथ चुनाव कराया जाए।
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प्रचार के दौरान अचानक ज्यादा भीड़ पहुंचने पर पार्टियों पर मुकदमा दर्ज अगर होता है तो यह ठीक नहीं होगा. मनोज झा ने इसके साथ ही यह भी मांग उठाई कि चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर गहरी नजर रखी जाए ताकि चुनाव में दुष्प्रचार और सांप्रदायिकता भड़काने से रोका जा सके। वहीं, कांग्रेस के नेता ब्रजेश मनन ने कहा कि हर 10 बूथ पर एक मेडिकल टीम हो, वहीं लोजपा ने मांग रखते हुए कहा कि पंचायत स्तर के चुनाव की तरह 500 लोगों पर एक बूथ बनाई जाए ताकि ज्यादा मतदान हो सके।