सृजन घोटाला: लालू के खिलाफ कोर्ट में एक और मानहानि का मामला
पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। एक तरफ जहां उनके ऊपर भ्रष्टाचार और बेनामी संपत्ति मामले को लेकर पूछताछ की कार्रवाई की जा रही है तो दूसरी तरफ उनकी बयानबाजी को लेकर अब संबंधित लोग कोर्ट पहुंचकर उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करा रहे हैं। इससे पहले भी अनाप-शनाप बयानबाजी को लेकर उनके खिलाफ कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। अब शिक्षाविद् तथा बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य ने मंगलवार को उनके ऊपर कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। सीजीएम कोर्ट में दर्ज इस मानहानि के परिवाद पत्र पर आज सुनवाई करेगी।
मिली जानकारी के अनुसार, शिक्षाविद् तथा बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य उदय कांत मिश्रा ने मंगलवार को अदालत में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराते हुए कहा कि लालू प्रसाद ने सितंबर महीने में कहा था कि मुख्यमंत्री जब भागलपुर जाते हैं तब सर्किट हाउस में न रहकर उदय मिश्रा के घर रहते हैं।
साथ ही लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि बिहार में हुए सृजन घोटाला से जुड़ी जयश्री को संरक्षण सीएम कोठी से मिलता है। अदालत में परिवाद पत्र दायर करते हुए परिवादी ने बताया कि लालू प्रसाद यादव ने तब कहा था कि सृजन में जय श्री ठाकुर के पास 7.32 करोड़ रुपए जमा थे लेकिन उसे बचाने का प्रयास किया गय क्योंकि जय श्री ठाकुर के रखवाले सीएम आवास में रहते हैं और उन्हें कुलपति बना दिया गया।
कुछ इसी तरह का आरोप लगाते हुए परिवादी ने अदालत को जानकारी दी कि लालू प्रसाद के इस बयान से वह आहत है और इसके लिए उन्होंने कानूनी नोटिस भी भेजा था। साथ ही परिवादी में अदालत को बताया की जयश्री ठाकुर के साथ परिवादी का कोई संबंध नहीं रहा है। इस तरह के अनाप-शनाप बयान बाजी को लेकर लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करते हुए उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए जिससे वह दोबारा किसी पर भी आवाज उठाने से पहले उसकी सत्यता की जांच कर लें।
Read Also: VIDEO: क्लास में पढ़ रहे थे छात्र कि अचानक निकल आया 15 फीट का अजगर, फिर...