बिहार: विधानसभा स्पीकर को लेकर चल रहा गतिरोध खत्म, विजय कुमार सिन्हा ने दिया इस्तीफा
पटना, 24 अगस्त: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में दोबारा से महागठबंधन की सरकार बनी, जिसके तहत बुधवार से दो दिवसीय विधानसभा सत्र शुरू हुआ। इससे पहले मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने ये कहकर सभी दलों को असमंजस में डाल दिया कि वो इस्तीफा नहीं देंगे, इसके बाद आरजेडी ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही। हालांकि 24 घंटे बाद वो अपने बयान से पलट गए। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, ऐसे में अब नए स्पीकर के चुनाव और फ्लोर टेस्ट का रास्ता साफ हो चुका है।
बिहार विधानसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह जब शुरू हुई तो सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भाषण दिया। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि हम सदन के सदस्यों की भावना के मुताबिक निर्णय लेते हैं लेकिन हमें ऐसा मौका नहीं दिया गया। 9 अगस्त को एनडीए की सरकार गिर गई और 10 तारीख को महागठबंधन की सरकार बन गई। नई सरकार बनने के बाद वो खुद पद छोड़ देते, पर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया। उन्होंने आगे कहा कि जब अविश्वास प्रस्ताव आया था, तो मुझे लगा कि इसका जवाब देना मेरी नौतिक जिम्मेदारी है। विधानसभा के 9 सदस्यों की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सही नहीं लगा। फिलहाल अब मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
Land for Job Scam Live: फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में RJD नेताओं के घर CBI की रेड
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डिप्टी
स्पीकर
के
बयान
से
बढ़ा
था
विवाद
जब
स्पीकर
ने
इस्तीफा
देने
से
मना
कर
दिया
था,
तो
मीडिया
वालों
ने
डिप्टी
स्पीकर
महेश्वर
हजारी
से
पूछा
कि
क्या
वो
लोग
स्पीकर
सिन्हा
को
सदन
में
जाने
से
रोकेंगे?
इस
पर
हजारी
ने
कहा
था
कि
अगर
हमको
पागल
कुत्ता
काटेगा
तो
हम
उसे
नहीं
काटेंगे,
बल्कि
अपना
इलाज
करवाएंगे।
इस
पर
बीजेपी
ने
जेडीयू
पर
पलटवार
किया
था।
बीजेपी
ने
कहा
कि
राजनीति
में
इतना
नीचे
गिरना
नीतीश
को
शोभा
नहीं
देता।