दोस्त की पत्नी के निधन पर मुस्लिम युवक ने कराया मुंडन, पेश की एकता की मिसाल
औरंगाबाद। जहां एक तरफ हमारे देश में धर्म और जाति के नाम पर लोग एक दूसरे को मारने तक के लिए तैयार रहते हैं वहीं औरंगाबाद जिले के एक मुस्लिम युवक ने दोस्ती की मिसाल कायम की है। वाकया औरंगाबाद जिले के हसपुरा में डिंडीर गांव का है जहां एक युवक ने अपने दोस्त की पत्नी के निधन पर ना ही सिर्फ उसके क्रिया कर्म में शामिल हुआ बल्कि हिन्दू रीति-रिवाज से मुंडन भी कराया। मुस्लिम युवक द्वारा कौमी एकता की मिसाल देता ये काम शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दरअसल 12 अगस्त को डिंडीर गांव के रहने वाले एक व्यक्ति मणिकांत पांडेय की पत्नी मंजू देवी की मौत गंभीर बीमारी से हो गयी थी। मणिकांत पेशे में पत्रकार हैं। इस मुश्किल घड़ी मेों मणिकांत का साथ उनके अजाज मित्र मोहम्मद एकलाख खान दे दिया और पत्नी के क्रिया कर्म से लेकर सभी हिन्दू अनुष्ठान के वक्त उनके साथ मौजूद रहे। मणिकांत के दोस्त एकलाख खान पेशे से संगीतकार हैं।
एकलाख खान खुद को शुरू से ही मणिकांत के घर का सदस्य मानते रहे हैं। दोस्त की पत्नी के दाह संस्कार में सक्रिय रूप से शामिल होकर और मुंडन कराकर उन्होंने यह साबित कर दिया साथ ही हिंदू-मुस्लिम एकता की भी अनोखी मिसाल पेश की। एकलाख खान ने पूरे हिंदू रीति-रिवाज से घाट पर जाकर मणिकांत की पत्नी के पिंडदान में भाग लिया। मृतक के परिजनों की तरह ही सबके साथ मिलकर अपना मुंडन करवाया। उन्होंने कहा कि आज से इस परिवार के सुख और दुःख दोनों मेरा सुख दुःख होगा।
अपनी पत्नी के श्राद्धकर्म में जुटे मणिकांत इस बारे में बताया कि एकलाख ने अपनी सहृदयता से हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया है। उसके इस रवैए से मेरे जख्मों पर मरहम जरूर लगेगा। उन्होंने कहा कि एकलाख की इस पहल को वह ताउम्र याद रखेंगे।