Satna: मंत्री रामखेलावन पटेल के गढ़ में BJP की एक और हार, नगर परिषद अध्यक्ष के चुनाव में हारा पार्टी प्रत्याशी
सतना, 8 अगस्त। अमरपाटन विधानसभा में बीजेपी को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। पंचायत राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल के गढ़ में रामनगर जनपद पंचायत अध्यक्ष हार के बाद अमरपाटन नगर परिषद अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में भी बीजेपी मात खा गई है। सोमवार को अमरपाटन नगर परिषद अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार की जीत हुई है।
अमरपाटन में कांग्रेस की वापसी
पंचायत व पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल अपने गृह नगर अमरपाटन की नगर परिषद में बीजेपी को जीत नहीं दिला पाए। यहां बीजेपी से अध्यक्ष की कुर्सी छीन कर कांग्रेस ने वापसी की है। अमरपाटन नगर परिषद में अध्यक्ष पद पर समर सिंह की जीत हुई है जबकि अगम जैन राहुल उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।
अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के समर सिंह और बीजेपी के संतोष तिवारी के बीच मुकाबला था। समर को 8 और संतोष को 7 वोट मिले। निर्दलियों का सपोर्ट भी बीजेपी के काम नहीं आया।
उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस के अगम जैन के मुकाबले बीजेपी की रशीदा बेगम थी लेकिन इस पद पर भी बीजेपी प्रत्याशी को 1 वोट से हार का सामना करना पड़ा। अमरपाटन नगर पंचायत में विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह ने कांग्रेस की जीत में बड़ी भूमिका निभाई। कांग्रेस ने अमरपाटन में वापसी की खुशी में नगर में विजय जुलूस भी निकाला।
अमरपाटन और नागौद में बीजेपी की हार
जिले के 2 नगर परिषद अमरपाटन और नागौद में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। ये दोनों परिषद इस बार कांग्रेस ने बीजेपी से छीन लिए हैं। अमरपाटन जहां पंचायत राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल का गृह नगर है। वहीं नागौद पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और विधायक नागेंद्र सिंह का गृह नगर है। नागौद में उनकी बहू रानी ही बीजेपी प्रत्याशी भी थी।
नागौद में कांग्रेस ने छीनी कुर्सी
नागौद नगर परिषद के अध्यक्ष की कुर्सी इस बार बीजेपी से छिन गई है। इस बार यहां कांग्रेस ने कब्जा जमाया है। नागौद में अध्यक्ष पद पर विधायक नागेंद्र सिंह की बहू कामाक्षा कुमारी सिंह और पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह की बहू प्रतिभा यतेंद्र सिंह के बीच प्रतिष्ठा पूर्ण मुकाबले में कांग्रेस की प्रतिभा ने एक वोट से जीत हासिल की। कामाक्षा कुमारी को 7 और प्रतिभा को 8 वोट मिले। राज परिवार की सदस्य कामाक्षा कुमारी इसके पूर्व भी नागौद नगर परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं। यहां विधायक नागेंद्र सिंह और पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर थी।