Sidhi: अंतर्राष्ट्रीय वुशु स्पर्धा में प्रियंका केवट ने जीता गोल्ड, घर लौटने पर भव्य स्वागत
सीधी, 14 अगस्त। जिले की वुशू खिलाड़ी प्रियंका केवट घर लौटने पर शानदार स्वागत किया गया। प्रियंका केवट वुशु स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर लौटी हैं। उनके स्वागत में परिवार और परिचितों के साथ आम लोग और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल भी मौजूद थे। ऐसा स्वागत देख प्रियंका की आंखें भर आयीं। प्रियंका पिछले 8 वर्षों से माता पिता से दूर रही और आज देश की लाडो बन गयी।
शहर से गांव तक हुआ स्वागत
जार्जिया के बातूमी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत कर जिले नाम रोशन करने वाली प्रियंका केवट सीधी पहुंची। विदेश की धरती पर देश का परचम लहराने वाली लाडो का जिले में भव्य स्वागत हुआ। स्वागत का दौर रीवा रेलवे स्टेशन से शुरू हो गया था, जो उसके गृह ग्राम मड़िला तक जारी रहा।
स्वागत में फूलों की वर्षा
रीवा से सीधी पहुंचने के दौरान कई जगह पर लाडो का पुष्प वर्षा और आरती के साथ स्वागत किया गया। इसके बाद रीवा शहर में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने अपने आवास पर प्रियंका का स्वागत कर बधाई दी। इसके बाद वाहनों की रैली शुरू की है।
वाहनों की रैली के साथ सीधी पहुंची
रैली के साथ प्रियंका सीधी के लिए रवाना हुई, जहां चुरहट पहुंचने पर पंचायत के लोगों ने उसका स्वागत किया। इसके बाद वह बढ़ौरा शिव मंदिर पहुंची जहां पूजा-अर्चना के बाद सीधी के लिए रवाना हुई। बढ़ौरा छांदा में प्रियंका के संरक्षक डॉ. राजेश मिश्रा ने वाहनों के काफिले के साथ स्वागत किया।
गरीब परिवार की बेटी है प्रियंका
शहर के वार्ड क्रमांक 1 के वटान बस्ती निवासी प्रियंका गरीब परिवार की बेटी है। 3 बहनों और 1 भाई में प्रियंका दूसरे नंबर की बेटी है। प्रियंका के पिता शिवराज केवट शहर के निजी नर्सिंग होम में कैशियर का काम देखते हैं, जबकि माता सोनिया केवट ज्योत्सना हायर सेकंडरी स्कूल सीधी में भृत्य के पद कार्य करती है।
इतने गोल्ड अर्जित किए
प्रियंका पिछले करीब 8 साल से वुशू का प्रशिक्षण ले रही है और जॉर्जिया में 48 किग्रा वजन रूप में कार्य किया है। प्रियंका इसके पहले स्टेट लेवल की प्रतियोगिता में करीब 1 दर्जन गोल्ड मेडल अपने नाम किया। नेशनल प्रतियोगिता में चार गोल्ड, 2 सिल्वर और 1 ब्रांज मेडल प्राप्त कर चुकी हैं।