Bandhavgarh national park: बेटे को उठाकर ले जाने लगा बाघ, अपनी जान जोखिम में डालकर जबड़े से खींच लाई मां
उमरिया, 5 सितंबर। बच्चों के लिए मां दुनिया की हर मुसीबत से लड़ जाती है ऐसा ही 1 मामला मध्यप्रदेश के उमरिया में सामने आया है जहां 1 मां की ममता के सामने मौत को भी हार माननी पड़ी। घटना उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बसे रोहनिया ग्राम पंचायत की है जहां 1 मां अपने बेटे को बचाने के लिए बाघ से लड़ गई और मां की हिम्मत के आगे मौत बनकर आए बाघ को भी हार माननी पड़ी और मुंह में दबे शिकार को छोड़कर वापस भागना पड़ा। बाघ के हमले में मां और उसके मासूम बेटे को चोटें आई हैं जिनके कारण मासूम बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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बाघ के जबड़े से बचा लाई मां
15 माह के बच्चे को शौच कराने के लिए 1 मां घर के पास खेत में पहुंची तो वह दंग रह गई। वहां 1 बाघ मौजूद था जिसने बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चे को बचाने के लिए मां ने जमकर संघर्ष किया। आखिर वह बाघ के जबड़े से बच्चे को बचा लाई लेकिन गंभीर रूप से घायल हो गई। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पहले से मौजूद बाघ ने कर दिया था हमला
इस दौरान मां ने बाघ के चंगुल से अपने मासूम बेटे को बचाने काफी संघर्ष भी किया जिससे उसे गंभीर चोटें आई हैं। घटना उस दौरान की है जब भोला चौधरी की पत्नी अपने 15 महीने के बेटे को लेकर शौच कराने घर के पास ही खेत में गई थी जहां पूर्व से मौजूद बाघ ने मां बेटे पर हमला कर दिया।

बेटा और मां हो गए घायल
उमरिया जिला स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे रोहनिया गांव में रविवार की सुबह बाघ ने हमला किया जिसमें 15 महीने के मासूम राजवीर चौधरी समेत उसकी मां गंभीर रूप से घायल हो गई है।
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खेत में ही दुबक गया था बाघ
इस हमले से 15 महीने के मासूम सहित मां घायल हो गई। चीख-पुकार सुनकर घर के लोग इकट्ठा हो गए और बाघ खेत में ही दुबक गया। इस चक्कर में बाघ ने बच्चे को छोड़ दिया।