मध्य प्रदेश: प्रज्ञा ठाकुर के विरोध के आगे झुकी शिवराज सरकार, वापस लिया सांडों की नसबंदी का फैसला
भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के विरोध के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने देसी सांडों की नसबंदी कराने का फैसला वापस ले लिया है। प्रज्ञा ठाकुर ने सरकार के इस फैसले का विरोध जताते हुए कहा था कि इससे गोवंश खत्म हो जाएगा।
भोपाल, 13 अक्टूबर। भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के विरोध के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने देसी सांडों की नसबंदी कराने का फैसला वापस ले लिया है। प्रज्ञा ठाकुर ने सरकार के इस फैसले का विरोध जताते हुए कहा था कि इससे गोवंश खत्म हो जाएगा। इससे पहले प्रज्ञा ठाकुर ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात कर इस प्रोग्राम को तत्काल प्रभाव से रोकेने को कहा था, उन्होंने पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल से भी इस बारे में बात की थी। दोनों ने उन्हें मामले पर संज्ञान लेने का आश्वासन दिया था।
इसके बाद पशुपालन और डेयरी विभाग ने एक संक्षिप्त आदेश जारी करते हुए कहा कि बैलों की नसबंदी को लेकर जो आदेश जारी किया गया था, उसे अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है। बता दें कि यह अभियान राज्य में 4 से 23 अक्टूबर के बीच चलाया जाना था। नसबंदी कराने के आदेश में सांडों के लिए जो निक्रिष्ट शब्द इस्तेमाल किया गया था, प्रज्ञा ठाकुर की आपत्ति के बाद नए आदेश में इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया।
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बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर ने सांडों की नसबंदी को प्रकृति के साथ खिलवाड़ बताया था और कहा था कि यदि ऐसा किया गया तो नस्ल ही खत्म हो जाएगी। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था-हम गाय को नंदिनी और माता कहते हैं। मध्य प्रदेश में गोवंश को खत्म करने का षड्यंत्र चल रहा है। मैं इस आदेश के बारे में जानने के बाद बहुत दुखी हुई। इस आदेश का मकसद गोवंश को पूरी तरह खत्म करने का है।