Satna: कौन हैं करणवीर सिंह? जिनके शहीद होने पर रोया था पूरा विंध्य क्षेत्र, अब शौर्य चक्र से नवाजा गया जांबाज
सतना की माटी के लाल अमर शहीद करणवीर सिंह को वीरता पदक शौर्य चक्र से नवाजा गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में मरणोपरांत इस सम्मान से नवाजा।
सतना,
15
अगस्त।
सरकार
द्वारा
घोषित
वीरता
पुरस्कारों
में
रीवा
और
सतना
के
जांबांजों
को
सम्मान
मिला
है।
19
अक्टूबर
2021
को
कश्मीर
के
शोपिया
में
आतंकियों
से
लोहा
लेते
हुए
शहीद
हुए
सतना
के
लाल
कर्णवीर
सिंह
को
सरकार
ने
मरणोपरांत
शौर्य
चक्र
से
सम्मानित
किया
है।
जबकि,
रीवा
के
लाल
देवेंद्र
प्रताप
सिंह
को
कीर्ति
चक्र
देने
की
घोषणा
की
गई
है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने रविवार को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों की घोषणा की है। इसमें सेना के आठ जवानों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। शहीद कर्णवीर के पिता रिटायर्ड सूबेदार रवि सिंह बताते हैं कि पुत्र को खोने का गम तो जीवन भर रहेगाए लेकिन फक्र है कि बेटा मेरा सिर गर्व से ऊंचा कर गया। पुत्र की शहादत आसपास के लोगों में देशभक्ति का जज्बा जगाती रहे। इसके लिए प्रयास करते रहेंगे। उसकी याद में गांव में अस्पताल भवन बनवाएंगे ताकि आसपास के लोगों को समुचित इलाज मिल सके। वर्तमान में गांव में अस्पताल न होने के कारण लोगों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ता है। बहादुर बेटे की बात करते ही उनकी आंखें भर आती हैं। पत्रिका को बताया कि खुद को तो संभालत लेता हूं, लेकिन उसकी मां मिथलेश को समझाना मुश्किल होता है। कर्ण के बिना हर तीज-त्योहार अधूरे हैं। 1 दिन भी ऐसा नहीं होता जब कर्ण की याद न करे।
रीवा जिले के देवेंद्र प्रताप सिंह को कीर्ति चक्र देने की घोषणा: इन्होंने 29/30 जनवरी की दरमियानी रात पुलवामा में 3 आतंकियों को मार गिराया था। आतंकियों ने पहले इन पर फायर कर दिया। अचानक से हुई फायरिंग को वह समझ नहीं पाए और सीधे जमीन पर लेट गए। जैसे ही स्थिति समझ में आई इन्होंने भी फायरिंग शुरू की और कुछ आतंकी भाग निकले। 3 को मार गिराया। यह घटनाक्रम ऐसा था कि आतंकी और सेना के जवान आमने.सामने आ गए थे। सरकार ने कीर्ति चक्र सम्मान के लिए नायक देवेंद्र प्रताप सिंह को नामित किया है। यह मूल रूप से रीवा जिले के निवासी हैं। इनका गांव जवा विकासखंड के अंदवा में है। इनके पिता इंद्रबहादुर सिंह एवं माता का नाम उर्मिला देवी है। राष्ट्रीय रायफल की 55वीं बटालियन में यह वर्तमान में नायक के रूप में सेवारत हैं।