Vidisha News : एक और मदरसे में बड़ा फर्जीवाड़ा, 11 बच्चों का फर्जी दाखिला व कागजों पर किया गोलमाल
विदिशा के बैस दरवाजा स्थित बरकतउल्ला मदरसा में कुल 41 बच्चों में से 27 बच्चे हिंदू हैं। इनमें 11 आदिवासी बच्चों का फर्जी दाखिला किया गया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को शिकायत के बाद सामने आया मामला।
मध्यप्रदेश में लगातार मदरसों में फर्जी एडमिशन के मामले सामने आ रहे हैं। विदिशा शहर के एक और मदरसे में बच्चों के दाखिले में फर्जीवाड़ा सामने आया है। बैस दरवाजा स्थित बरकतउल्ला मदरसा में कुल 41 बच्चों में से 27 बच्चे हिंदू हैं। इनमें 11 आदिवासी बच्चों का फर्जी दाखिला किया गया। सोमवार को यह मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी जीपी राठी ने जांच कराने की बात कही है।
बता दे अक्टूबर महीने में इसी क्षेत्र में स्थित मरियम मदरसा में हिंदू बच्चे पढ़ने और दो जगह बच्चों के नाम दर्ज होने की शिकायत सामने आई थी। मदरसे में प्रवेशित बताए गए रायपुरा बस्ती के 11 आदिवासी बच्चों के पालकों का कहना है कि उनके बच्चे कभी मदरसे में गए ही नहीं हैं। बस्ती के एक छात्र अजय का नाम इस मदरसे में कक्षा आठवीं में दर्ज है, जबकि यह छात्र सरकारी स्कूल में कक्षा सातवीं में पढ़ रहा है। बच्चे के पिता शंकर आदिवासी का कहना था कि मदरसे में उनके बच्चे के नाम पर छात्रवृत्ति जारी होने की बात कही जा रही है, जबकि उन्हें एक भी बार छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिली है। मदरसे में 2 छात्र ऐसे पाए गए जिनकी शादी हो चुकी है,लेकिन वह कक्षा आठवीं में दर्ज है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि प्रदेश के मदरसों में बड़ी संख्या में गैर मुस्लिम बच्चे पढ़ रहे हैं जो नियमों का उल्लंघन है। भौतिक सत्यापन के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिख कर 30 दिन में रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
फर्जी प्रवेश दिखाकर सरकारी राशि का गोलमाल
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को इस मामले की शिकायत करने वाले सफल शिक्षा सेवा समिति के अध्यक्ष मनोज कौशल ने बताया कि मदरसा संचालक ने बच्चों को फर्जी प्रवेश दिला कर सरकार से मिलने वाले मध्यान भोजन, छात्रवृति, गणवेश की राशि में गोलमाल किया है। मदरसे में साल 2016 से 2022 तक 11 बच्चों का प्रवेश फर्जी तरीके से दिखाया गया हैं।