प्रयागराज कुंभ: राम मंदिर निर्माण की तारीख के ऐलान पर विहिप की धर्म संसद में हंगामा, हाथापाई
Prayagraj News, प्रयागराज। कुंभ मेले में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित दो दिवसीय धर्म संसद के अंतिम दिन जमकर हंगामा हुआ। राम मंदिर मुद्दे पर स्पष्ट नीति न होने व मंदिर निर्माण की तारीखों का ऐलान न किए जाने से कई संत व कार्यकर्ता उत्तेजित हो गये और नारेबाजी करने लगे। अचानक से धर्म संसद के अंदर हंगामा शुरू हो गया तो कार्यकर्ताओं का खेमा दो धड़ों में बंट गया। देखते ही देखते धक्का-मुक्की और हाथापाई भी होने लगी। हांलाकि विरोध कर रहे लोगों को थोड़ी ही देर में विहिप कार्यकर्ताओं ने शिविर से बाहर कर दिया। लेकिन हंगामे का क्रम बाहर भी नहीं रुका और मीडिया के सामने विहिप कार्यकर्ता अपना विरोध जताते रहे।
क्या
हुआ
था
अंदर
विरोध
जता
रहे
विवेकानंद
और
अंकित
सिंह,
हेमंत
कोशावल,
रामकुमार,
बृज
मोहन,
रिंकू
विश्वकर्मा
आदि
विहिप
कार्यकर्ताओं
ने
बताया
कि
सैकड़ों
की
संख्या
में
कार्यकर्ता
मंदिर
निर्माण
की
तारीख
की
घोषणा
का
ऐलान
करने
की
मांग
कर
रहे
थे।
उन्हें
उम्मीद
थी
कि
कुंभ
में
आयोजित
हो
रहे
इस
धर्म
संसद
में
तारीख
का
ऐलान
होगा।
लेकिन,
यहां
सिर्फ
सियासत
की
बातें
ही
की
जा
रही
थी।
संघ
प्रमुख
भाजपा
को
समर्थन
देने
व
फिर
से
सत्ता
में
लाने
की
कहानी
सुना
रहे
थे।
वहीं,
मंचासीन
लोग
2020
में
भाजपा
सरकार
बनी
रहने
पर
मंदिर
निर्माण
शुरू
होने
का
दावा
कर
रहे
थे।
इसी
बात
को
लेकर
कार्यकर्ताओं
ने
कुछ
संतो
के
साथ
जय
श्री
राम
के
नारों
के
साथ
नारेबाजी
कर
दी
और
मंदिर
निर्माण
की
तारीख
का
ऐलान
करने
का
उद्घोष
किया।
विरोध
को
दबाने
के
लिए
वहां
मौजूद
अन्य
कार्यकर्ता
विरोधियों
से
भिड़
गए
और
देखते
ही
देखते
हाथापाई
धक्का-मुक्की
शुरू
हो
गई।
नारेबाजी
व
विरोध
करने
वाले
लोगों
को
शिविर
से
बाहर
किया
जाने
लगा
और
दूसरी
तरफ
मंच
पर
भाषण
बाजी
का
दौर
जारी
रहा।
क्या
बोले
प्रदर्शनकारी
विश्व
हिंदू
परिषद
के
शिविर
के
बाहर
अपना
विरोध
जता
रहे
विश्व
हिंदू
परिषद
के
कार्यकर्ता
व
संतों
ने
कहा
है
कि
वह
धर्म
संसद
में
राम
मंदिर
निर्माण
की
तारीख
सुनने
आए
थे।
लेकिन,
यह
धर्म
संसद
चुनावी
जनसभा
की
तरह
नजर
आई।
अगर
कार्यकर्ता
राम
मंदिर
निर्माण
की
तारीख
पूछ
रहे
हैं
तो
उसे
बताया
क्यों
नहीं
जा
रहा
है।
अपने
ही
कार्यकर्ताओं
के
साथ
बदसलूकी
की
गई।
धक्का-मुक्की
हाथापाई
कर
शिविर
से
बाहर
निकाला
गया।