कोरोना से मालिक की मौत के बाद क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया कुत्ता, गर्मी से हुआ परेशान, खाना भी छोड़ा
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 5 मई को कोरोना वायरस के संक्रमण से एक इंजीनियर की मौत हो गई थी। इंजीनियर के परिवार के 10 सदस्यों को कलिंदीपुरम इलाके में एक अपार्टमेंट में क्वारंटाइन किया गया है। परिवार के सभी सदस्यों के साथ उनका पालतू कुत्ता मैक्स भी क्वारंटाइन सेंटर में ही है। परिवार के सभी लोग तो ठीक हैं, लेकिन मैक्स तनाव में है। क्वारंटाइन सेंटर में पसंद का खाना ना मिलने की वजह से वह खाना नहीं खा रहा है। ऐसे में उसके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
कम हो रहा वजन, दुखी लग रहा 'मैक्स'
परिवार के एक सदस्य अनुराग सिंह ने कहा कि 'मैक्स' हमारे परिवार का अभिन्न अंग है। हममें से कोई भी मैक्स को अकेला छोड़ने के लिए तैयार नहीं था, क्योंकि हमें डर था कि वह उपेक्षित हो जाएगा और हमारी अनुपस्थिति में कुछ नहीं खाएगा। अनुराग ने कहा, 'उसका वजन कम हो रहा है और वह दुखी लग रहा है। हम उसे टोमेटो केचप के साथ पूड़ी, अंडे और रोटी देते हैं, लेकिन उसे यह खाना पसंद नहीं है।' उन्होंने बताया कि गर्मी बढ़ने की वजह से मैक्स परेशान है। अनुराग ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में एयर कंडीशनर या कूलर नहीं है और मैक्स गर्मी बर्दाश्त नहीं कर सकता।
परिवार अब मैक्स के लिए घर ढूंढ रहा है, लेकिन
अनुराग ने बताया कि वह किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश में हैं जो मैक्स को अपने साथ रख सके और उसे एक सप्ताह तक ठीक से खिला सके, जब हमारी क्वारंटाइन अवधि खत्म हो जाएगी, हम उसे वापस ले लेंगे।' हालांकि, कोरोना के संक्रमण के खतरे के डर से कोई भी कुत्ते को साथ रखने के लिए तैयार नहीं है। यहां तक कि प्रयागराज में कुत्ते के क्लीनिक ने भी कुत्ते की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। अब तो इस कुत्ते को ऐसी ही स्थिति में रहना होगा, जब तक कि परिवार क्वारंटाइन सेंटर से बाहर नहीं निकल जाता।
इंजीनियर की हुई थी कोरोना से मौत
बता
दें,
कोरोना
संक्रमण
से
लूकरगंज
के
इंजीनियर
बीरेंद्र
सिंह
की
मौत
हो
गई।
उन्होंने
स्वरूपरानी
नेहरू
अस्पताल
में
बने
कोविड-19
लेवल
थ्री
हास्पिटल
में
इलाज
के
दौरान
दम
तोड़
दिया
था।
डॉक्टरों
ने
बताया
था
कि
बीरेंद्र
सिंह
के
फेफड़े
ने
काम
करना
बंद
कर
दिया
था।
उन्हें
वेंटीलेटर
सपोर्ट
पर
भी
रखा
गया
था,
लेकिन
जान
नहीं
बचाई
जा
सकी।
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