गुजरात से पैदल राजस्थान जाते 700 मजदूरों को देख डिप्टी CM ने कराई खाने और बस की व्यवस्था, VIDEO
अहमदाबाद. देश में लगे 21 दिनों के लॉकडाउन की वजह से गरीब-मजदूर तबका सबसे ज्यादा परेशान है। गुजरात के अलग-अलग ठिकानों से प्रवासी मजदूर अपने-अपने गांव-कस्बे को लौट रहे हैं। मगर, न तो बसें चल रही हैं और न ट्रेन। रास्ते में रेस्टॉरेंट और ज्यादातर दुकानें भी बंद हैं। ऐसे में वे लोग भूखे-प्यासे और पैदल ही सैकड़ों किमी की दूरी तय कर रहे हैं। कोराना वायरस से संक्रमित होने का उन्हें डर नहीं है, वे भूखा मरने के बजाए अपने घर का रास्ता नाप रहे हैं। इसी तरह जब 500 से ज्यादा मजदूरों को गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने पैदल ही राजस्थान जाते देखा तो वे रुक गए। नितिन पटेल ने अपनी कार रुकवाई और रात्रि में ही उनके भोजन की व्यवस्था कराई। उसके बाद उनके लिए बस की व्यवस्था भी की। डिप्टी सीएम की यह दरियादिली लोगों ने मोबाइल के कैमरे में कैद की। अब डिप्टी सीएम की तारीफ हो रही है।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि, कैसे भूखे-प्यासे मजदूरों के लिए उन्होंने खाने-पीने और घर पहुंचाने की व्यवस्था कराई।लोग डिप्टी सीएम की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं। संवाददाता के अनुसार, लॉकडाउन के चलते अहमदाबाद से करीब 500 श्रमिक राजस्थान जाने के लिए पैदल निकले। जिनमें से 200 श्रमिक गांधीनगर से आए थे। निकले थे। आप वीडियो में देख सकते हैं कि, डिप्टी सीएम ने मजदूरों को देखकर अपनी कार रुकवाई और उनकी व्यथा सुनने के बाद भोजन की व्यवस्था की। बाद में फोन पर गृहमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा तथा उच्च अधिकारियों को स्थल पर बुलाया और उनसे सलाह-मशवरा कर बस की व्यवस्था भी कर दी थी।
हाल ही मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आश्वासन दिया था कि प्रवासी मजदूरों के भोजन और आवास प्रदान करने की व्यवस्था भी की जाएगी। पिछले दो दिनों में पड़ोसी राज्य के सैकड़ों मजदूरों को लॉकडाउन के कारण काम नहीं मिलने के कारण घर जाते देखा गया था। डिप्टी सीएम के ट्विटर पर बताया गया कि, उपमुख्यमंत्री कल रात राजमार्ग पर 700 प्रवासी श्रमिकों से मिले। वे सभी अहमदाबाद से राजस्थान में अपने पैतृक गांव लौट रहे थे। जिसके बाद उन श्रमिकों के भोजन और परिवहन की व्यवस्था की गई, ताकि उन्हें राजस्थान की सीमा तक पहुँचाया जा सके।'
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