योगी सरकार के दावे हो रहे फेल, आगरा के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 8 मरीजों की मौत
आगरा, अप्रैल 27: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से बेड न मिलने और ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों के दम तोड़ने की खबरें सामने आ रही हैं। ताजा मामला ताजनगरी आगरा का है, जहां एक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते आठ मरीजों की जान चली गई। आगरा के जिलाधिकारी प्रभु सिंह भी ये मान रहे हैं कि पिछले 24 घंटों में किल्लत हुई है। हालांकि उनका कहना है कि व्यवस्था जल्दी ठीक हो जाएगी। जिलाधिकारी का कहना है कि मरीजों की संख्या अचानक बढ़ोतरी की वजह से ऑक्सीजन की मांग में भी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन जल्दी ही सप्लाई पहुंच जाएगी। उधर, मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री आदित्यनाथ दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में ना तो ऑक्सीजन की किल्लत है ना दवाइयों की कमी है और ना ही अस्पतालों में बेड की कमी है।
आगरा के पारस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से आठ की मौत
आगरा के पारस अस्पताल में तो 8 मरीजों की ऑक्सीजन न मिलने की वजह से मौत हो गई। अस्पताल में काम करने वाली महिला स्टाफ ने बताया कि सात से आठ लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई है। बता दें, आगरा के कई निजी अस्पतालों ने अपने दरवाजों पर बेड की अनुपलब्धता के पोस्टर लगा दिए हैं। कई अस्पतालों ने नोटिस चस्पा करके कह दिया है कि ऑक्सीजन है नहीं, इसलिए अपने मरीजों के लिए ऑक्सीजन का प्रबंध खुद करें। जिसे अपनों की फिक्र है वह कुछ भी करें, लेकिन ऑक्सीजन लेकर कर आए। प्रभा अस्पताल के भी कुछ यही हाल हैं, अस्पताल की ओर से तीमारदारों को अस्पताल की ओर से खाली सिलेंडर और एक चिट्ठी दी जा रही है। इस चिट्ठी में सिलेंडर में ऑक्सीजन रिफिल करने वालों से गुहार लगाई कि मरीज के परिवार को आक्सीजन देने की कृपा करें।
अस्पतालों के बाहर चस्पा हो रहे नोटिस
नेशनल हाइवे स्थित भगवती अस्पताल में पिछले 3 दिनों से अलग-अलग नोटिस लगाए गए हैं, जिसमें मरीजों के तीमारदारों से कहा गया है कि ऑक्सीजन की किल्लत है कृपया ऑक्सीजन का प्रबंध करें। भगवती अस्पताल की मैनेजर जरीखा खान का कहना है कि दिक्कत हो रही है, इसलिए हम मरीजों के परिवार वालों को जानकारी दे रहे हैं कि वह ऑक्सीजन का प्रबंध करें क्योंकि हमारे पास सप्लाई नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन को कई बार ई-मेल और फोन के माध्यम से जानकारी दी गई, लेकिन सप्लाई नहीं मिल पा रही है। प्रभा अस्पताल के इंचार्ज कहते हैं कि अस्पताल में लगभग 100 मरीज हैं और सब को ऑक्सीजन की जरूरत है और ऑक्सीजन हाई फ्लो पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि सप्लाई नहीं हुई तो लोग मरने लगेंगे।
मेरठ के केएमसी अस्पताल में हुई थी 9 मौतें
मेरठ का भी हाल ऐसा ही है। जनपद में ऑक्सीजन संकट का बढ़ता ही जा रहा है। ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे केएमसी अस्पताल में सोमवार को एक दिन में 9 लोगों की मौत हो गई। जिला प्रशासन का दावा है कि पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर थे। केएमसी अस्पताल के चेयरमैन डॉ. सुनील गुप्ता का कहना था कि मरीजों की जरूरत के मुकाबले ऑक्सीजन बहुत कम है। कमी के बावजूद मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है।
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