सिपाही की बेवफाई से पीड़ित युवती से महिला दरोगा ने कहा- चुनाव के बाद आओ, अभी कोई नहीं सुनेगा
Agra news, आगरा। ताजनगरी आगरा में एक सिपाही का शादी के 11 महीने बाद पत्नी को छोड़ देने का का मामला सामने आया है। युवती का आरोप है कि सिपाही ने उससे प्रेम संबंध के बाद मंदिर में शादी की। इसके बाद उसके दलित होने का पता चलते ही उसे स्वीकार करने से मना कर दिया। वहीं, दूसरी ओर एसएसपी कार्यालय गुहार लगाने पहुंची युवती से महिला दरोगा ने कहा कि वह चुनाव बाद आए, क्योंकि अभी अधिकारी नहीं बैठेंगे और उसकी सुनवाई नहीं हो सकेगी।
क्या है पूरा मामला
न्यू आगरा थाना निवासी पीड़िता बीएड की छात्रा है। वह थाना खन्दौली में तैनात एक सिपाही की शिकायत लेकर भटक रही थी, लेकिन अधिकारी न होने के कारण उसे न्याय नहीं मिल पा रहा था। इसी बीच अपनी बात कहने के लिए वह मीडिया कर्मियों के पास चली गयी। छात्रा का आरोप था कि जनवरी 2018 में दीवानी परिसर में अचानक हुई मुलाकात के बाद सुमित नाम के सिपाही ने उससे प्रेम संबंध बनाए और सिकन्दरा के कैलाश मंदिर में शादी कर उसे पत्नी का दर्जा दिया। इसके बाद हर जगह वो उसे अपने जानकारों से पत्नी कह कर ही मिलाता था। इस तरह काफी महीने बीत गए और अब पिछले 5 माह से सिपाही ने उसका साथ छोड़ दिया और उसकी जाती दलित होने के चलते उसे स्वीकार करने से मना कर दिया।
एसएसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही युवती
पीड़िता की शिकायत पर एसएसपी आगरा अमित पाठक ने सीओ सर्किल को जांच दी। अब युवती को जांच रिपोर्ट एसएसपी कार्यालय पहुंचने की जानकारी मिली तो वो यहां चक्कर लगा रही थी, लेकिन एसएसपी से उसकी मुलाकात नहीं हो पाई थी।
महिला दरोगा ने कहा- चुनाव बाद आना
अपनी पीड़ा को जिस समय वो मीडिया को बता रही थी, उसी समय वहां महिला दरोगा कमलेश कुमारी आ गईं और युवती को मीडिया से बात करने से मना करते हुए चुनाव तक कोई सुनवाई न होने की बात कहने लगीं।मीडिया ने जब उनसे पूछा कि आप ऐसा कैसे कह सकती हैं तो उन्होंने कहा कि चुनाव तक अधिकारी बैठेंगे नही, इसलिए उन्होंने ऐसा कहा है।