'सेक्युलराइटिस' से ग्रसित है भारतीय राजनीति: राजनाथ सिंह
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज होते ही भारतीय राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो जाता है। पार्टियों एक दूसरे पर आरोप लगाने में जुट जाती है। इन दिनों केन्द्र की राजनीति में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। मिशन मोदी में जुटे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनीथ सिंह ने कहा है कि भारतीय राजनीति में सेक्युलराइटिस की बीमारी फैली हुई है। इंसेफलाइटिस की तरह सेक्युलराइटिस भी अत्यंत खतरनाक है।
दरअसल राजनाथ सिंह मोदी के धर्मनिरपेक्ष नेता होने पर विरोधियों द्वारा सवाल ुटाए जाने से परेशान है। मोदी का हाथ पकड़कर बीजेपी को सत्ता में लाने की जुगत में लगे राजनाथ सिंह मोदी को प्रोजेक्ट करने में लगे हुए है। ऐसे में मोदी के सेक्युलर होने पर उठाए गए सवाल पर राजनाथ ने प्रतिक्रिया दी। उनकी ये टिप्पणी इसलिए की है क्योंकि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठना जारी है।
मोदी पार्टी की चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष हैं और अगले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार के रूप में उभरे हैं। मोदी पर 2002 में गोधरा कांड के बाद गुजरात में हुए दंगों में संलिप्तत रहने का आरोप लगाया जाता रहा है। राजनाथ सिंह ने कांग्रेस महासचिव शकील अहमद पर भी निशाना साधा। अहमद ने 21 जुलाई को कहा था कि आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का गठन 2002 के गुजरात दंगों के बाद हुआ था।
राजनाथ सिंह ने कहा कि वे कहते हैं कि इंडियन मुजाहिदीन का गठन गुजरात दंगों के बाद हुआ, मैं कांग्रेस के इस नेता से पूछना चाहता हूं कि क्या उनके पास आईएम की जन्मपत्री है। जिन लोगों को आईएम के बारे में ब्योरा चाहिए वे कांग्रेस मुख्यालय जाएं और इस नेता से मुलाकात करें।