आप 'शरीफ' हैं तो लगा सकते हैं गाड़ियों में काले शीशे
कुशवाहा ने कहा कि वाहनों के शीशों पर काली फिल्म प्रतिबंधित अपराधियों के लिये है लेकिन यदि कोई व्यक्ति शरीफ है और वह समाज के लिये कोई खतरा नहीं तो वह ऐसे वाहनों का प्रयोग कर सकता है। कुशवाहा जी ने दलील देते हुए कहा कि नेताओं की सुरक्षा के मद्देनजर काली शीशे वाले वाहन अधिक सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि नेताओं को सुरक्षा चाहिए और काले शीशे वाले वाहन अधिक सुरक्षित हैं। ज्ञातव्य है कि उच्चतम न्यायालय ने गत वर्ष अप्रैल महीने में वाहनों के शीशों पर काली फिल्म चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि इस कानून का समय-समय से उल्लंघन होता रहा मगर दिल्ली गैंगरेप के बाद से इस अभियान ने फिर जोड़ पकड़ लिया। मगर मंत्री जी के इस बयान ने पूरे अभियान को एक अलग ही दिशा दे दी है। अब मंत्री जी से सिर्फ यही सवाल उठता है कि कैसे पता चलेगा कि गाड़ी में सवार व्यक्ति अपराधी है या शरीफ? या फिर मंत्री जी खुद ही शरीफ की परिभाषा बता दें? इस संबंध में आपकी क्या राय है नीचे दिये कमेंट बॉक्स में जरुर लिखें।