प्यार पर बापू की पाबंदी, वैलेंटाइन डे को बताया अपसंस्कृति
इलाहाबाद। बाबा, बयान और विवाद। ये तीन शब्द आजकल चर्चा में हैं। जी हां हम बात कर रहें हैं धर्मगुरू आसाराम बापू की जो कुछ भी बोलते हैं उसपर विवाद शुरु हो जाता है। पहले दिल्ली गैंगरेप पीडि़ता पर विवादास्पद बयान देकर फजिहत करा चुके असाराम बापू इस बार वेलेंटाइन डे को लेकर चर्चा में हैं। आसाराम बापू इस वैलेंटाइन डे पर प्रेमी जोड़ों के लिये खतरा बन सकते हैं। वैलेंटाइल डे के औचित्य पर सवाल उठाते हुए आसाराम बापू ने कहा है कि ये हमारी संस्कृति नहीं बल्कि अपसंस्कृति है। असाराम बापू ने कहा कि युवाओं में ऐसे आयोजनों से गलत प्रवृत्ति पैदा होती है और उसका परिणाम सबके सामने है।
आसाराम बापू ने यह बयान महाकुंभ मेले के दौरान दिया। इतना ही नहीं आसाराम बापू ने तो यूपी सरकार से इसपर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कर डाला। कुंभ नगरी इलाहाबाद में प्रवचन के दौरान आसाराम बापू ने कहा कि उनके कहने पर ही छत्तीसगढ़ सरकार ने वेलेंटाइन दिवस पर रोक लगा दी।
अब यूपी में भी ऐसे विदेशी संस्कृति फैलाने वाले दिन पर रोक लगनी चाहिए। अगर कोई दिवस मनाना ही है तो इस की जगह मात्र पितृ दिवस मनाये। ऐसा करने से माता पिता को सम्मान भी मिलेगा। मालूम हो कि अभी कुछ दिन पूर्व ही आसाराम बापू ने दिल्ली गैंगरेप पीडि़ता को पूरे घटना कम्र में बराबर का दोषी ठहराया था।
आसाराम बापू ने कहा था कि दिल्ली गैंगरेप पीडि़ता को आरोपियों के सामने गिड़गिड़ाना चाहिए था। वो उनमें से एक को भाई बनाकर बच सकती थी। इतना ही नहीं आसाराम बापू ने कहा था कि ताली दोनो हाथों से बजती है। इस बयान के बाद जब चारों तरफ आलोचना होने लगी तो उन्होंने सारा ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया और आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया ने उन की बातों को घुमाकर पेश किया है।