माकपा ने लहराया हिमाचल में लाल झंड़ा
हिमाचल प्रदेश के एकमात्र शिमला नगर निगम में 26 साल बाद इतिहास बदला है और यहां पहली बार लाल झंडा फहराया है। सोमवार को घोषित हुए नगर निगम चुनाव नतीजे सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हुए। कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने मेयर और डिप्टी मेयर दोनों ही सीटे झटकने में कामयाब रही। मेयर पद पर माकपा के संजय चौहान ने 21903 वोट लेकर भाजपा प्रत्याशी डा. एसएस मिन्हास को 7868 वोटों से हराया वहीं डिप्टी मेयर सीट पर टिकेंद्र पंवर ने 21196 मत प्राप्त करके भाजपा के ही दिग्विजय चौहान को 4778 वोटों से पटकनी दे दी।
शिमला नगर निगम में पहली बार मेयर, डिप्टी मेयर का प्रत्यक्ष चनाव हुआ। रविवार को कुल 80 हजार मतदाताओं में से 51115 वोटरों ने मताधिकार का प्रयोग किया था। सोमवार को सवेरे आठ बजे से मतगणना प्रारंभ हुई। इसमें भाजपा को 12 वार्डो में जीत मिली तो कांग्रेस को 10 व माकपा को तीन वार्डो में विजय हासिल हुई। भाजपा को भराडी, रूल्दूभट्ठा, टुटू, अनाडेल, फागली, लोअर बाजार, कृष्णानगर, जाखू, बैनमोर, संजौली चौक, ढली व कसुम्पटी वार्डो में जीत मिली है। कांग्रेस के खाते में बालूंगज, टूटकंडी, नाभा, रामबाजार, इंजनघर, मल्याणा, छोटा शिमला, पटियोगी, खलीनी व कनलोग वार्ड गए हैं।
माकपा ने कैथू, समरहिल व चमियाणा में जीत दर्ज की है। मेयर पद पर कुल सात उम्मीदवार मैदान में थे लेकिन मुख्य मुकाबला माकपा, भाजपा व कांग्रेस में ही हुआ। इस तिकोनी टक्करमें माकपा के संजय चौहान को 21903 मत मिले, जबकि भाजपा के डॉ. मिन्हास को 14035 और कांग्रेस की मधु सूद (निवर्तमान मेयर) को 13278 मत प्राप्त हुए। इसी प्रकार डिप्टी मेयर के पद पर माकपा के टिकेंद्र सिंह पंवर को 21196 मत मिले। भाजपा के दिग्विजय सिंह को 16418 और कांग्रेस के देवेंद्र चौहान को 13205 मत प्राप्त हुए। निगम के इतिहास में यह पहली बार है कि कांग्रेस के गढ़ रहे निगम पर लाल दुर्ग ने कब्जा किया है। इस चुनाव में भाजपा सरकार के लिए मेयर व डिप्टी मेयर के सीधे चुनाव करवाने का दाव उल्टा पड़ा है।