भीख मांगकर अध्यापिका बनना चाहती है लड़की
पुलिस ने बताया कि इस बात की जानकारी के बाद उसे अलपुभु महिला मंदिरम (महिला आवास) भेज दिया गया है। यह लड़की यहां कुछ भिखारियों और आन्ध प्रदेश के विस्थापितों के साथ रह रही थी। उल्लेखनीय है कि यह लड़की धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलती है, जबकि उसकी मातृभाषा तेलगू है। उसने वाणिज्य वर्ग से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है, और 1,000 में से 750 अंक अर्जित किये हैं।
लड़की ने पुलिस को बताया कि उसकी मां बीमार है और पुट्टापर्थी के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। जबकि उसके पिता कोई छोटा मोटा काम करते हैं और मां की देखभाल कर रहे हैं। उसने कहा कि वह अध्यापिका के प्रशिक्षण के लिए पिता से धन नहीं मांग सकती है, इसलिए उसने भीख मांगने का निर्णय किया। लेकिन बाद में उसने महसूस किया कि अध्यापिका बनना इतना आसान नहीं है। हालांकि इससे पहले वह नर्स बनना चाहती थी।
पुलिस ने बताया कि अपने अध्यापिका बनने के सपने का पूरा करने के लिए वह अलपुभु आ गयी, क्योंकि यहां बहुत अधिक संख्या में पर्यटकों का आगमन होता है, जिससे अच्छी भीख मिल जाने की उम्मीद होती है। उसने पुलिस को बताया कि पिछले नौ दिन में उसने 2,834 रुपये जुटा लिए हैं। श्रवणा ने बताया कि वह किसी अन्य व्यक्ति के साथ केरल आयी थी, जो स्वयं भी एक भिखारी था।