दिल्ली में मेट्रो के बाद मोनो रेल
दिल्ली सरकार ने मेट्रो के बाद अब दिल्ली वासियों के लिए मोनो रेल पेश करने जा रही है। सड़कों पर बढ़ते वाहनों के बोझ को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने मोनो रेल की व्यवस्था लागू करने की मंजूरी दे दी है। मोनो रेल कॉरिडोर शास्त्री पार्क से त्रिलोकपुरी के बीच तैयार किया जाएगा। जल्द ही यह मसौदा दिल्ली कैबिनेट की मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय बैठक में मंगलवार को परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। यह कॉरिडोर 10.8 किलोमीटर लंबा होगा। सभी एजेंसियों की मंजूरी के बाद इसे 2017 तक तैयार कर लेने की उम्मीद है। मोनो रेल कॉरिडोर से दिल्ली मेट्रो के निर्माण विहार, शास्त्री पार्क व न्यू अशोक नगर स्टेशनों को जोड़ा जाएगा। इन स्टेशनों से यात्री मोनो रेल का सफर कर सकेंगे। मुकुंदपुर से यमुना विहार की लाइन में त्रिलोकपुरी मेट्रो स्टेशन पर मोनो रेल की व्यवस्था होगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'शहर के भीतर परिवहन के इस तेज, सुगम और सुविधाजनक साधन का आनंद उठाने का मौका सबसे पहले पूर्वी दिल्ली वालों को मिलेगा। प्रदूषण से पूरी तरह मुक्त मोनोरेल को सिद्घांत रूप में आज मंजूरी दे दी गई। उस बैठक में राइट्स लिमिटेड की ओर से कराए गए एक अध्ययन पर प्रस्तुति भी दी गई। अधिकारी ने बताया कि अब इसे औपचारिक अनुमति के लिए मंत्रिमंडल के सामने रखा जाएगा। मोनोरेल के जरिये रोजाना 1.5 लाख यात्रियों की आवाजाही का अनुमान है और इससे उन इलाकों को सुविधा होगी, जहां मेट्रो और बस भी मुश्किल से पहुंच पाती हैं। अधिकारी ने बताया, 'मोनोरेल संकरी गलियों और भीड़ भरे इलाकों के ऊपर आसानी से गुजर सकती है और बेहद संकरे मोड़ों पर भी उसे कोई मुश्किल नहीं होती।'