हरियाणा पुलिस के हत्थे चढ़े एटीम चोर
इस बात का खुलासा पकड़े गए गिरोह के सदस्य कनौह के संजय ने किया है साथ ही उसने स्वीकारा की हिसार और हांसी में पांच लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने हिसार में तीन और हांसी की दो वारदातों में शामिल होने की बात स्वीकारी है। लोगों को ठगने वाले संजय के गैंग में कनौह गांव के सैंसी समुदाय के राजेन्द्र, प्रेम, शीलू और सुनील शामिल हैं। आरोपी के गैंग ने हिसार और हांसी के अलावा अन्य क्षेत्रों में एटीएम उपभोक्ताओं को ठगने का काम किया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी द्वारा स्वीकारी पांच वारदातों की रकम 78000 रुपए बरामद कर अदालत में पेश किया गया।
सीआईए पुलिस ने बताया कि आरोपी संजय और उसका गैंग एटीएम कैबिन के पास खड़े रहते थे। वे इस बात को वाकिफ थे कि एटीएम से पैसा निकालने में एक से डेढ़ मिनट लगता है। जब किसी भी उपभोक्ता को एटीएम पर दो मिनट से अधिक समय लगता तो गैंग का एक युवक पहले तो उपभोक्ता की परेशानी समझता और फिर इशारे से दूसरे युवक को भी अंदर आने का इशारा कर देता। वह व्यक्ति से बहुत ही शालीनता से पेश आते और उपभोक्ता से एटीएम कार्ड डलवाकर उसका पासवर्ड उसी से टाइप करवाते। इसी बीच वे पासवर्ड के लिए दबाए बटनों पर नजर रखकर जब पैसा निकल जाता तो उसे गिनने की बात कहते।
इसी दौरान वह कार्ड बदल लेते। आरोपी संजय का गैंग धोखाधड़ी से जिस भी एटीएम कार्ड को हासिल करते थे, उस एकाउंट में दो दिन के भीतर सारा पैसा निकाल लेते थे। जब उस एकाउंट का पैसा खत्म हो जाता था तो अगली बार ठगने वाले व्यक्ति से खाली एकाउंट वाले एटीएम कार्ड को बदल लेते थे। लोगों के एटीएम कार्ड बदल कर ठगने वाले संजय की जेब से पुलिस को 11 एटीएम कार्ड मिले। इनमें 4 एटीएम कार्ड एसबीआई के, 1 ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, 1 आईसीआईसीआई बैंक, 1 एचडीएफसी बैंक व अन्य 4 एटीएम कार्ड अलग-अलग बैंक के थे। संजय ने पुलिस को बताया कि उनका गैंग हर बैंक का एटीएम कार्ड अपने साथ रखता था। वे ठगने वाले उपभोक्ता का एटीएम कार्ड देखकर पहले ही उसी बैंक का एटीएम कार्ड निकाल लिया करते थे।