इस बार शहीदों को समर्पित होगा लखनऊ महोत्सव
महोत्सव में बनाये जाने वाला यह स्तम्भ 55 फुट ऊंचा होगा। इस पर दस फिट ऊंचा एक और स्तंभ तैयार किया जायेगा, उस पर उल्टी बंदूक पर जवान का हेलमेट रखा जायेगा। यहां बनने वाले स्तम्भ की खासियत यह होगी कि इसमें कोई बाहरी सहारा नहीं जोड़ा जायेगा। महोत्सव की थीम भी कुछ इस प्रकार है जिसमें हम लखनऊ पर गर्व कर सकते है थीम 'हमें लखनऊ पर है नाज, लखनऊ को हम पर नाज चयनित की गयी है। मंगलवार को मंडलायुक्त ने महोत्सव थीम की सीडी लांच की।
महोत्सव आयोजन समिति के सचिव अधिकारी एन.पी.सिंह ने बताया कि गुजराती व राजस्थानी लोकगीत-नृत्य तो हमेशा से ही महोत्सव के आकर्षण का केन्द्र रहे हैं। इस बार भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के बैंड की धुन से महोत्सव गुलजार रहेगा। राजधानी के मशहूर शिल्पियों से शहीद स्मारक की कलाकृति निर्मित करायी जायेगी। इसके अलावा लखनऊ की तहजीब को भी महोत्सव में प्राथमिकता दी गयी है। पहले आप-पहले आप को भी नजरअंदाज नहीं किया गया है। लखनवीं शान को बढ़ाने के उद्देश्य से महोत्सव परिसर में कला विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा जगह-जगह थीम आधारित कलाकृतियों को विद्यमान किया जायेगा।
जो महोत्सव में आने-जाने वाले लोगों को आकर्षित करेंगी। मुख्य मंच को विशाल और सुन्दर बनाने के लिए मुम्बई से सेट डिजाइनरों को बुलाया जायेगा। महोत्सव समिति इस बार इस प्रयास में है कि कुछ फिल्मी हस्तियों को मंच पर बुलाया जायेगा। महोत्सव का आगाज इस बार पंडित अजय पोहन्कर के गायन से होगा। इसके अलावा हास्य कलाकारों को भी आमंत्रित करने की योजना पर अमली जामा पहनाया जा रहा है।
युवा महोत्सव में जहां बाल कलाकारों को मंच प्रदान किया जायेगा वहीं इस बार प्रदेश से बाहर के नाट्य संस्थाओं को भी आमंत्रित किया जायेगा। नाट्य समारोह में भी चयनित नाट्य रचनाओं का मंचन किया जायेगा। श्री सिंह ने बताया कि देश के विभिन्न कोनों से शिल्पियों को आमंत्रित किया गया है, जो हाथ के बने हुए खास आइटमों को मेले में रखेंगे। आगामी 25 नवम्बर को मुख्यमंत्री मायावती महोत्सव का उद्घाटन करेंगी।