हरियाणा पुलिस चाहती है पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप
मीटिंग में थानांतर्गत आने वाले कई गांवों के मौजिज लोगों के अलावा झज्जर के पुलिस अधीक्षक पी.आर. सिंह, डीएसपी बहादुरगढ़ राजीव देसवाल, जनसंपर्क अधिकारी देवेंद्र दांगी एवं इलाके के सभी थानाप्रभारी भी मौजूद रहे। मीटिंग में अपनी बात रखते हुए आईजी वी. कामाराजा ने कहा कि वर्तमान माहौल में क्राइम रोकने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने बेहद जरूरी हो गए हैं और ऐसे में कम्युनिटी पुलिसिंग फार्मूला बेहद कारगर साबित हो सकता है।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर देखा जाता है कि पुलिस कोई भी आपराधिक वारदात होने के बाद सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभाती है मगर वे चाहते हैं कि अपराध को होने से रोकने के लिए भी पुलिस बेहद सक्रिय होकर काम करे। इसी मकसद से उन्होंने क्राइम प्रिवेंशन विंग का गठन किया है। इस विंग का काम अपराध को होने से पहले ही कारगर कदम उठाकर उसे होने से रोकना है।
ग्रामीणांचल में सक्रिय भूमिका निभाएगी क्राइम प्रिवेंशन विंग
समाज के सभ्य लोगों को साथ लेकर यह विंग अपना काम करेगी। इस विंग में प्रत्येक गांव से 15-15 मौजिज लोगों को जोड़ा जा रहा है। इन लोगों की सहायता से यह क्राइम प्रिवेंशन विंग कार्य करेगी। इस विंग में थाना स्तर पर भौगोलिक स्थिति, क्षेत्रफल एवं अपराधिक गतिविधियों तथा आपराधिक आंकड़ों को देखते हुए आवश्यकता अनुसार पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।
साधारणतया इस विंग में एक सब इंस्पैक्टर, एक असिस्टैंट सब इंस्पैक्टर समेत अन्य स्टाफ की तैनाती रहेगी, जो गांव वालों के सहयोग से क्राइम प्रिवेंशन के लिए काम करेंगे। आईजी वी. कामाराजा ने कहा कि यह विंग खासकर ग्रामीणांचल में सक्रिय भूमिका निभा सकती है और गांव वालों के सहयोग से उन आपराधिक घटनाओं को होने से पहले ही रोकने में कारगर साबित होगी, जिनकी जरा सी भी संभावनाएं नजर आएंगी।
उन्होंने मीटिंग में मौजूद लोगों से आह्वान किया कि वे पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सभ्य एवं क्राइम फ्री सोसायटी बनाने के लिए गंभीरता से अपने कर्तव्य का पालन करें। उन्होंने बताया कि विंग के कामकाज की निरंतर समीक्षा भी होती रहेगी तथा लोगों से इसके बारे में फीडबैक भी ली जाएगी कि यह विंग किस हद तक कामयाब हुई है या नहीं। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग सिर्फ पुलिस का साथ दे दें, बदमाशों के खिलाफ लड़ाई लडऩे को पुलिस तैयार है।