अन्ना स्वास्थ्य कारणों से नहीं तोड़ेंगे मौन व्रत
गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने 16 अक्टूबर से अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में आत्मशांति के लिए मौनव्रत धारण किया हुआ है। उधर, अन्ना के साथी अरविंद केजरीवाल ने अन्ना से उलट केंद्र सरकार पर अपना हमला जारी रखे हुए हैं। उन्होंने हवाई किराया विवाद में घिरीं किरण बेदी का भी बचाव किया और सरकार को जांच कराने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, उनके साथियों पर एक के बाद एक झूठे लांछन लगा कर सरकार जा न-बूझकर माहौल खराब कर रही है। टीम अन्ना के सभी लोग आम जनता हैं। इनमें तरह-तरह की गलतियां ढूंढ़ी जा सकती हैं। जो भी गलत हैं, उनकी जांच कीजिए। उन्हें सजा दीजिए पर लोकपाल तो पास कीजिए।
इस बीच, टीम अन्ना की कोर कमेटी की बैठक शनिवार को होने जा रही है। बैठक ऐसे वक्त में हो रही है जब टीम के दो प्रमुख सदस्यों राजेंद्र सिंह व पीवी राजगोपाल ने इस्तीफे दे दिए हैं और केजरीवाल व बेदी आरोपों से घिरे हैं। केजरीवाल का कहना था कि सरकार मूल मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहती है। सरकार की नीयत अगर साफ हो तो लोकपाल बिल एक दिन में पास हो सकता है। केजरीवाल ने अग्निवेश के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा, पूरे आंदोलन के दौरान एक-एक पाई का हिसाब-किताब रखा गया है। अग्निवेश जैसे लोग किनके इशारे पर काम करते हैं, यह सबको मालूम है।
उन्होंने कहा, टीम अन्ना के सदस्यों के पास लगातार आयकर विभाग के अधिकारी आ रहे हैं। ये हर तरह के कागजात उठा कर ले जा रहे हैं। हम पूरा सहयोग कर रहे हैं, लेकिन पूरा देश देख रहा है कि सरकार किस तरह के हथकंडे अपना रही है। अन्ना के बयानों से सरकार और उनके बीच का आपसी माहौल खराब नहीं हो रहा? इस पर केजरीवाल ने कहा, हम सब आम जनता हैं। हम क्या माहौल खराब करेंगे। सरकार पर्दे के पीछे से इस तरह का काम कर रही है। शनिवार को इस मुद्दे पर 'कोर कमेटी' की बैठक हो सकती है।