लखनऊ में भाजपा कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठीचार्ज
सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज ने एक बार फिर साफ कर दिया कि मायावती के राज में आवाज उठाने वाले को लाठी ही मिलेगी। जी हां यहां पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने उस समय लाठियां भांजी जब उनका एक दल राज्यपाल से मिलने जा रहा था। असल में भाजपा का एक प्रतिनिधि मंडल हजारों कार्यकर्ताओं के साथ मायावती के उस फैसले के खिलाफ अपील करने जा रहा था, जिसमें निकाय चुनावों के नियमों को बदलाव किए गए हैं।
भाजपा कार्यकर्ता राज्यपाल से बिनती करने जा रहे थे कि वो निकाय चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करें। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार भाजपा के करीब एक हजार कार्यकर्ता कैसरबाग से चले और हजरतगंज होते हुए राजभवन की ओर जाने लगे। पहले उन्होंने शहर के व्यस्ततम हजरतगंज चौराहे पर जाम प्रदर्शन किया और फिर आगे बढ़ गये। जीपी ओ से आगे बढ़ते ही पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन पर पानी की तेज़ बौछारें छोड़ी और जमकर लाठियां भांजी।
पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही समेत 50 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया। इस दौरान 50 दर्जन से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता घायल हुए हैं।