न्यूजीलैंड में भूकम्प, 65 मरे (लीड-3)
प्रधानमंत्री जॉन की ने कहा कि मृतकों की संख्या 65 तक पहुंच गई है और इसके अभी और बढ़ने की सम्भावना है। उन्होंने समाचार चैनल 'वन न्यूज' को बताया कि ऐसा लग रहा है कि यह भूकम्प देश के इतिहास में एक 'काला दिन' साबित होगा।
न्यूजीलैंड के बड़े शहरों में से एक क्राइस्टचर्च के निवासियों के मुताबिक सड़कों पर जहां-तहां शव पड़े हुए हैं।
समाचार चैनलों में शहर के मध्य में कई इमारतों के गिरने की तस्वीरें दिखाई गई। शहर में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी गई है।
समाचार पत्र 'न्यूजीलैंड हेराल्ड' के मुताबिक क्राइस्टचर्च के एक निवासी ने भूकम्प के बाद की स्थिति को अपने शब्दों में बयां करते हुए कहा, "यहां-वहां शव पड़े हुए हैं।"
पत्र के मुताबिक क्राइस्टचर्च के निवासी जेडिन कैटेनी ने कहा, "कई सारे मित्र फोन कर अपने करीबियों के बारे में बता रहे हैं। दुकानों के बाहर कई शव पड़े हुए हैं।"
कैटेनी ने कहा, "जब भूकम्प आया उस समय घर में रखी सारी चीजें गिर गई। यह पिछले भूकम्प की अपेक्षा ज्यादा खतरनाक था। सड़कों पर यातायात ठप्प हो गया है।"
कैटेनी ने कहा, "सभी लोग रो रहे हैं। काफी भयावह स्थिति बनी हुई है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते।"
कैटने ने यह भी बताया कि बहुत सारे घर गिर गए हैं जो काफी आश्चर्यचकित करने वाला है। यहां युद्ध के बाद जैसी स्थिति प्रतीत हो रही है।
क्राइस्टचर्च की एक अन्य निवासी जेनी स्मिथ ने समाचार पत्र को बताया कि लोग एक दूसरे की सहायता कर रहे हैं। स्मिथ ने कहा, "भूकम्प के कारण लोगों की मौतें हुई हैं। शवों को क्षतिग्रस्त बसों से बाहर निकाला जा रहा है।"
क्राइस्टचर्च के मेयर बॉब पार्कर ने रेडियो न्यूजीलैंड को बताया, "भूकम्प का केंद्र बिन्दु लिट्टन हार्बर में था। यह पहाड़ी चारों तरफ से चट्टानों से घिरी हुई है।"
उन्होंने कहा कि शहर में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है और लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, "सभी लोगों को यह समझने की जरूरत है कि यह काला दिन साबित होने जा रहा है।"
उल्लेखनीय कि पिछले साल 7.1 तीव्रता का भूकम्प आया था, जिसका केंद्र बिन्दु शहर से 33 किलोमीटर दूर पश्चिम में गहराई में स्थित था। उस समय हालांकि कि कोई हताहत नहीं हुआ था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।