'करकरे' पर मजाक महंगा पड़ा दिग्विजय सिंह को!
करकरे की पत्नी कविता करकरे द्वारा दिग्विजय को झाड़ लगाते देख और चारों तरफ से उनकी किरकिरी होती देख उनकी अपनी पार्टी कांग्रेस ने भी उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया है । मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने दिग्विजय के बयान को भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर घिरी यूपीए सरकार का ध्यान बंटाने का स्टंट करार दिया।
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आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह ने बयान दिया था कि 26/11 के हमले से ढाई-तीन घंटे पहले करकरे ने उन्हें फोन कर मालेगांव विस्फोट की जांच को लेकर कुछ हिंदू आतंकी तत्वों से जान का खतरा होने की बात बताई थी। हालांकि दिग्गी राजा ने भी यह माना है कि करकरे से उनकी खास पहचान नहीं थी। हालांकि दिग्विजय के दावे को करकरे की विधवा ने दो टूक खारिज कर दिया। गौरतलब है कि मुंबई हमले के महीने भर बाद ही तत्कालीन अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एआर अंतुले ने भी कुछ इसी तरह के सवाल उठाए थे।
बयान पर आलोचनाओं और कविता करकरे के दिग्विजय पर प्रहार के बाद असहज कांग्रेस ने बिना देरी किए दिग्विजय के बयान से किनारा कर लिया। पार्टी महासचिव और मीडिया विभाग के अध्यक्ष जनार्दन द्विवेदी ने साफ कहा कि दो लोगों की निजी बातचीत है और कांग्रेस का इससे सहमत या असहमत होने का सवाल ही नहीं होता। वहीं, इस बयान से आग बबूला भाजपा ने दिग्विजय की कड़ी आलोचना की और पार्टी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस पर सफाई देने की मांग की है। सिंह के इस बयान की जदयू और शिवसेना ने भी कड़ी आलोचना की।