अमेरिका को शर्ते लगाने की अनुमति नहीं: भाजपा
परमाणु दायित्व विधेयक पर बहस के दौरान भाजपा नेता जसवंत सिंह ने लोकसभा में कहा, "हमने जिन बदलावों का सुझाव दिया है उन्हें स्वीकार किया जाए। हमें स्वाभिमान के साथ जीने की जरूरत है।"
जसवंत सिंह ने कहा, "हम अमेरिका को हुक्म चलाने की इजाजत नहीं दे सकते।" उन्होंने कहा कि सरकार ने पर्याप्त बदलाव नहीं किए हैं और वह इस विधेयक को संसद में पारित कराने की कोशिश कर रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की नवंबर में प्रस्तावित भारत यात्रा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, "आप देश के प्रति और अगली पीढ़ी की परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं के प्रति उत्तरदायी हैं। इसलिए देश की आने वाली पीढ़ी को ध्यान में रखें, अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति को नहीं।"
उन्होंने कहा, "कृप्या देश को वह चीजें उपलब्ध कराएं जो यहां के लोगों को नहीं मिलीं। हमें सावधानी के साथ आपूर्तिकर्ताओं की जिम्मेदारी तय करनी होगी। आप संसद और हर एक व्यक्ति को धक्का दे रहे हैं। इस बात का प्रमाण विधेयक की धारा 17 बी है। हम सरकार द्वारा किए गए बदलावों की समीक्षा करेंगे।"
उन्होंने कहा, "यह बहुत गंभीर मसला है और हम इसे साधारण तौर पर नहीं ले सकते।"
पूर्व विदेश मंत्री ने विपक्ष की चिंताओं को दूर करने के सरकार के प्रयासों खासकर केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के प्रयासों की प्रशंसा भी की।
परमाणु दायित्व विधेयक पर घरेलू कानून का निर्माण भारत-अमेरिका नागरिक परणाणु समझौते के क्रियान्वयन का अंतिम चरण है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।