जम्मू एवं कश्मीर में अब खून खराबे का अंत हो : प्रधानमंत्री
देश के 64वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "जम्मू एवं कश्मीर में हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले सभी व्यक्तियों व समूहों से हम वार्ता को तैयार हैं। कश्मीर देश का अभिन्न अंग है। इस ढांचे में सत्ता में सबकी भागीदारी हो और सबका कल्याण हो, इस दिशा में हम वार्ता के लिए आगे बढ़ने को तैयार हैं।"
हाल के दिनों में जम्मू एवं कश्मीर में हिंसा में मारे गए लोगों के व उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने ऐसी घटनाओं पर खेद जताया और कहा, "जम्मू एवं कश्मीर में खून खराबे का दौर अब खत्म होना चाहिए। इस हिंसा से किसी को फायदा नहीं होने वाला है। हमारे लोकतंत्र में किसी भी क्षेत्र या समूह की चिंताओं का समाधान करने की क्षमता है।"
उन्होंने कहा, "हाल ही में जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक दलों के साथ मेरी बैठक हुई। हम बातचीत की इस प्रक्रिया को आगे ले जाना चाहते हैं। मैं जम्मू एवं कश्मीर के लोगों से कहना चाहता हूं कि वे अपने व देश के विकास में हमारे साथ हाथ मिलाते हुए लोकतांत्रिक तौर तरीकों को अपनाएं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।