लेह त्रासदी : मृतकों की संख्या 120 हुई, उड़ानें शुरू (लीड-3)
पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर क्षेत्र) फारूक अहमद ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़कर 120 हो गई है। दुर्घटना में 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं। खराब मौसम के कारण सुबह रोका गया बचाव कार्य फिर शुरू कर दिया गया है।
गुलाम नबी आजाद एक विशेष विमान से दोपहर में लेह कस्बे पहुंचे। विमान में दवाएं, खाद्य पदार्थ और तंबू भी थे। वायुसेना ने भी दो विमानों में राहत सामग्री भेजी है।
स्थानीय अस्पतालों में घायलों का इलाज जारी है। भारतीय सेना के 25 जवानों सहित 100 लोग अब भी लापता हैं।
फंसे हुए पर्यटकों को निकालने के लिए इंडियन एयरलाइंस ने तीन अतिरिक्त उड़ानों को संचालित करने का फैसला किया है।
केंद्रीय नवीन और अक्षय ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला भी राहत और बचाव कार्यो का जायजा लेने राज्य सरकार के विमान से शनिवार को लेह पहुंचे। एक अन्य उड़ान में सरकारी विमान ने मीडिया कर्मियों को श्रीनगर से लेह पहुंचाया गया।
शुक्रवार को लेह का दौरा करने वाले राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीड़ितों को राहत के लिए तत्काल पांच करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की। लेह हवाईअड्डे के रनवे से उड़ानों को फिर शुरू किए जाने के बाद उमर वहां पहुंचे थे। रनवे पर बाढ़ का पानी और कीचड़ जमा हो गया था।
पुलिस ने करीब 2,000 प्रभावित लोगों के लिए लेह कस्बे और चोगलमसार गांव में रहने की व्यवस्था की है।
बचाव और राहत कार्य में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और सेना के करीब 6,000 जवान तैनात किए गए हैं। प्रभावित इलाकों में सेना के हेलीकॉप्टरों के जरिए खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है।
बाढ़ से एक पॉलीटेक्निक कॉलेज, भारत संचार निगम लिमिटेड का मुख्यालय, ऑल इंडिया रेडियो केंद्र और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के शिविर सहित कई सरकारी कार्यालय और इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुईं हैं।
बीएसएनएल के महाप्रबंधक ने कहा कि आरंभिक अनुमान के अनुसार उपकरणों के क्षतिग्रस्त होने से करीब 12 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बीएसएनएल मुख्यालय क्षतिग्रस्त होने से लेह से संपर्क बाधित है। लेह इलाके में एक अन्य सेवा प्रदाता कंपनी एयरटेल ने हेल्पलाइन स्थापित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों को सिम कार्ड दिए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।