पाक को आतंकवाद के कैंसर का एहसास : ओबामा
अरूण कुमार
वाशिंगटन, 13 मई (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा मानते हैं कि लंबे अरसे से भारत को सबसे बड़ी चिंता के रूप में देखते रहने के बाद पाकिस्तान को अब इस बात का एहसास होने लगा है कि आतंकवाद उसकी संप्रभुता के लिए कैंसर बनता जा रहा है।
अमेरिका दौरे पर आए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ओबामा ने कहा, "मैं समझता हूं कि पूर्व में पाकिस्तान की एकमात्र चिंता भारत को लेकर थी।"
उन्होंने कहा, "पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में यह स्वीकार्यता बढ़ने लगी है कि उनके बीच कैंसर पनप रहा है। उसने जिन आतंकवादी संगठनों को एकजुट होने और उन्हें सीमांत क्षेत्रों को अपना आधार बनाने देने तथा फिर अफगानिस्तान जाने देने की अनुमति दी, वहीं आज पाकिस्तान की संप्रभुता के लिए खतरा बन गए हैं।"
उन्होंने कहा कि वह और करजई पूर्व में पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, उनके खुफिया अधिकारियों और उनकी सेना से मिल चुके हैं और बता चुके हैं कि उनकी सुरक्षा को भीतर से ही सर्वाधिक खतरा है।
ओबामा ने कहा, "हमारा उद्देश्य कुछ पुराने संदेहों और पुरानी गलत आदतों को खत्म करना है और पाकिस्तान को यह जताना कि स्थिर अफगानिस्तान में ही उसका हित है। पाक के साथ मिलकर हम काम करते रहना चाहते है।"
उन्होंने कहा, "अफगानिस्तान, पाकिस्तान, अमेरिका और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खात्मे के लिए मिलकर काम करना होगा। वास्तव में पाकिस्तान सरकार द्वारा पिछले कुछ महीनों में उठाए गए आतंकवाद विरोधी कदमों से मैं उत्साहित हूं।"
पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "सब कुछ रातों रात ठीक नहीं हो सकता। यह सतत प्रक्रिया है जो जारी रहेगी।"
करजई से हुई 45 मिनट की बातचीत के बारे में ओबामा ने कहा कि उन्होंने और करजई ने चर्चा की कि यह सत्य और एकमात्र उपाय है कि यदि अफगानिस्तान सुरक्षित है तो पाकिस्तान भी सुरक्षित रहेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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