रमेश मंत्री बने रहेंगे, कांग्रेस में मुद्दा समाप्त करार दिया (राउंडअप)
इधर सत्ताधारी कांग्रेस ने भी कहा है कि चीन में रमेश में टिप्पणी को लेकर उठे विवाद को अब समाप्त समझा जाना चाहिए। पार्टी ने हालांकि कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक अधिकारी ने कहा, "हां, रमेश ने प्रधानमंत्री के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। रमेश ने इस्तीफे की पेशकश भी की थी लेकिन उनकी इस पेशकश को फिलहाल अस्वीकार कर दिया गया है।"
उधर पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने आईएएनएस से कहा, "उन्होंने प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष को अपना स्पष्टीकरण दे दिया है। वे अंतिम फैसला लेंगे। मुद्दे को बढ़ाने की जरूरत नहीं है। इसे समाप्त माना जाना चाहिए।"
प्रवक्ता ने रमेश द्वारा इस्तीफे की पेशकश पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने हालांकि कहा कि रमेश ने इस्तीफे की पेशकश नहीं की थी बल्कि उन्होंने प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष को स्पष्टीकर दिया था।
ज्ञात हो कि रमेश ने चीन दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्रालय और देश के सुरक्षा प्रतिष्ठानों की आलोचना की थी। चिदंबरम ने रमेश की टिप्पणी से नाराज होकर प्रधानमंत्री को पत्र भी भेजा भेजा था। रमेश ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम से मुलाकात कर सफाई भी पेश की थी।
जलवायु परिवर्तन पर आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय बैठक में शामिल होने बीजिंग गए रमेश ने कहा था, "भारत के सुरक्षा प्रतिष्ठानों के संदेहास्पद रुख के चलते दोनों पड़ोसी देशों के संबंधों में दरार पैदा हो रही है।"
चीनी कंपनियों के भारत के निवेश के संबंध में गृह मंत्रालय पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा था कि वह आवश्यकता से अधिक रक्षात्मक और चौकस रुख अपनाए हुए है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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