कैमरन बने प्रधानमंत्री, किया स्थायी सरकार का वादा (लीड-2)
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन में पहली ऐतिहासिक गठबंधन सरकार बनी है। कैमरन के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। सबसे पहले बधाई देने वालों में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जर्मनी के चांसलर एंजेला मेर्कल रहें।
ओबामा ने कैमरन को फोन कर उन्हें जुलाई महीने में अमेरिका आने का न्यौता भी दिया जबकि मेर्कल ने भी उन्हें जल्द से जल्द बर्लिन का दौरा करने का निमंत्रण दिया।
नई सरकार में विलियम हेग विदेश मंत्री होंगे, यह लगभग तय हो गया है। रक्षा मंत्रालय का जिम्मा कंजरवेटिव नेता लियाम फॉक्स को मिल सकता है।
कैमरन ने कहा, "मैं लिबरल डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर एक उपयुक्त और संपूर्ण गठबंधन की सरकार बनाऊंगा।"
उन्होंने कहा, "हमारे समक्ष कुछ गंभीर समस्याएं हैं। वित्तीय घाटा, गंभीर सामाजिक समस्याएं, राजनीतिक व्यवस्था में सुधार। मुझे उम्मीद है कि हम एक मजबूत और स्थायी सरकार देंगे। देश को इसकी जरूरत है।"
क्लेग ने कहा, "यह नए प्रकार की सरकार होगी। यद्यपि कि हम हम अलग-अलग राजनीतिक दल है लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि देश हित में हम अपने मतभेदों को दूर करेंगे और अच्छा प्रशासन देंगे।"
इससे पहले, गठबंधन सरकार बनाने की कोशिशें विफल होने के बाद प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
ब्राउन के इस्तीफे के साथ ही ब्रिटेन में पिछले 13 वर्षो से चली आ रही लेबर पार्टी की सत्ता का अंत भी हो गया। वर्ष 1997 में टोनी ब्लेयर के नेतृत्व में लेबर पार्टी को भारी सफलता मिली थी।
59 वर्षीय ब्राउन 2007 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने थे। ब्राउन ने लेबर पार्टी के नेता का पद भी तत्काल प्रभाव से छोड़ दिया। उन्होंने कहा, "अब मैं बीवी बच्चों के साथ समय बिताऊंगा।"
उन्होंने बकिंघम पैलेस जाकर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को अपना इस्तीफा सौंपा।
ब्रिटेन की 650 सीटों वाली संसद में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को 326 सीटों की जरूरत होती है। इस बार के चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी 306 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी लेकिन बहुमत के जादुई आंकड़े से वह 20 सीट दूर है।
ऐसे में कंजरवेटिव पार्टी ने 57 सीटें जीतकर आई लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।