शिवराज ने प्रधानमंत्री से परियोजनाओें की मंजूरी की लगाई गुहार
चौहान ने नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज सहित प्रदेश के सांसदों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री को बताया कि महेश्वर परियोजना पर रोक लगाए जाने से 400 मेगावाट बिजली का उत्पादन प्रभावित होगा। इस परियोजना से नवम्बर 2010 से सात दशमलव दो लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होना था जो रोक के चलते हो पाना संभव नहीं है। इतना ही नहीं इंदौर व देवास को 36 करोड़ लिटर पानी प्रतिदिन उपलब्ध कराना था जो संभव नहीं हो पाएगा। इस योजना पर सरकार अब तक 300 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है।
मुख्यमत्री ने प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाया है कि डूब प्रभावित परिवारों का सर्वोच्च प्राथमिकता से पुनर्वास किया जा रहा है और पुनर्वास के बिना जल स्तर बढाने की कदापि अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रधानमंत्री को चौहान ने बताया कि नार्थ-साउथ कारीडोर परियोजना का 96 किलो मीटर मार्ग पेंच राष्ट्रीय उद्यान से 10 किलो मीटर की दूरी से निकल रहा है जिसके निर्माण की भी वन व पर्यावरण मंत्रालय ने मंजूरी नहीं दी है। यह मार्ग 100 वर्ष से पुराना है। इसी तरह कई अन्य परियोजनाएं स्वीकृति न मिलने से आगे नहीं बढ़ पा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।