ड्राइविंग टेस्ट में देर से सफल होती हैं महिलाएं
लंदन, 5 मई (आईएएनएस)। ड्राइविंग टेस्ट में सफल होने में महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा समय लेती हैं। एक नए अध्ययन से पता चला है कि इस टेस्ट में सफलता के लिए महिलाओं को वाहन चालन के 21 अभ्यासों की जरूरत होती हैं जबकि पुरुषों के लिए केवल 17 अभ्यास की पर्याप्त होते हैं।
अध्ययन में यह भी स्पष्ट हुआ है कि 57 प्रतिशत महिलाओं को ड्राइविंग टेस्ट दोबारा देना पड़ता है जबकि 54 प्रतिशत से भी कम पुरुषों को दूसरे टेस्ट की आवश्यकता होती है।
ड्राइविंग टेस्ट में सफलता का प्रमाण पत्र पाने में महिलाएं घबराहट महसूस करती हैं जबकि पुरुष इसे जल्दी पाने के लिए अपने परीक्षक के साथ दोस्ताना रहते हैं या उनके साथ हंसी-मजाक करते हैं।
वेबसाइट 'टेलीग्राफ डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक अध्ययन को प्रकाशित करने वाली वेबसाइट 'कन्फ्यूज्ड डॉट कॉम' के प्रवक्ता का कहना है कि बरसों से लोग इस बात पर बहस करते रहे हैं कि महिलाएं अच्छी चालक होती हैं या पुरुष।
प्रवक्ता ने कहा कि पुरुषों ने इस अध्ययन से साबित कर दिया है कि वे महिलाओं की अपेक्षा जल्दी सीखते हैं।
सर्वेक्षण में 3,000 चालकों को शामिल किया गया था। जिसमें यह भी पता चला है कि औसत पुरुष 19 साल, आठ महीने की आयु में ड्राइविंग टेस्ट में सफलता हासिल कर लेते हैं। जबकि औसत महिलाएं 20 साल, छह महीने की आयु तक इसमें सफलता के लिए इंतजार करती हैं।
अध्ययन में शामिल हुई 92 प्रतिशत महिलाओं ने स्वीकार किया है कि ड्राइविंग टेस्ट के दौरान वे घबराहट महसूस करती हैं जबकि केवल 78 पुरुषों में ही घबराहट के लक्षण देखे गए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।