गूगल ने किया बंप टॉप का अधिग्रहण
गूगल ने कनाडा की बंप टॉप को कथित तौर पर तीन करोड़ से 4.5 करोड़ डॉलर तक की कीमत में खरीदा है। यद्यपि अब तक दोनों पक्षों के बीच हुए समझौते का कोई विवरण पता नहीं चल सका है।
केवल तीन साल पहले गठित हुई बम टॉप टच-स्क्रीन सॉफ्टवेयर में अग्रणी मानी जाती है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए एक ही समय में एक मल्टीपल टच-स्क्रीन पर कई उंगलियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस सॉफ्टवेयर को 'डेस्कटॉप वर्कस्पेस' कहा जाता है। इसका इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति इसके जरिए तस्वीरों, दस्तावेजों और वीडियो को अधिक बेहतर ढंग से व्यवस्थित कर सकता है। इसके जरिए यूजर्स कंप्यूटर स्क्रीन पर एक साथ कई काम कर सकते हैं।
यद्यपि यह स्पष्ट नहीं है कि गूगल इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किस तरह से करेगा लेकिन ऐसा लगता है कि वह एनड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित अपने स्मार्टफोन्स में टच-स्क्रीन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करेगा।
एनड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम मुख्य तौर पर टच-स्क्रीन प्रोद्योगिकी के लिए तैयार किया गया है न कि कीबोर्ड प्रौद्योगिकी के लिए। गूगल की मोबाइल बाजार रणनीति का उद्देश्य टच-स्क्रीन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से मोबाइल फोन बाजार में एप्पल के बहुचर्चित आईफोन और आईपैज को टक्कर देना है। एप्पल भी टच-स्क्रीन प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करती है।
बंप टॉप सात मई के बाद अपने सॉफ्टेवेयर की स्वतंत्र बिक्री नहीं कर सकेगी। कंपनी की वेबसाइट पर जारी किए गए एक वक्तव्य में गूगल द्वारा कंपनी का अधिग्रहण होने पर खुशी जताई गई है।
एप्पल को टक्कर देने की दिशा में गूगल ने एक महीने के अंदर बंप टॉप को खरीदकर इस तरह का पांचवा समझौता किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।