'ब्रिटिश पुलिस को शक्तिशाली हथियारों की जरूरत'
स्कॉर्टलैंड यार्ड के उपायुक्त जॉन येट्स ने कहा कि पुलिस को ऐसे आतंकावादी हमलों से निपटने के लिए भारी बैलेस्टिक हथियार और गोला-बारुद की जरूरत है। ब्रिटिश समाचार पत्र 'डेली मेल' ने गुरुवार को इस संबंध में खबर प्रकाशित की।
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले में 166 लोग मारे गए थे। 10 आतंकवादी समुद्र के रास्ते मुंबई पहुंचे थे और उन्होंने अलग-अलग जगहों पर हमला कर दिया। हमले में सुरक्षाकर्मियों ने एकमात्र जीवित आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को गिरफ्तार किया था।
लंदन में बुधवार को आतंकवाद निरोधी सम्मेलन को संबोधित करते हुए येट्स ने कहा कि इस बात की आशंका है कि आतंकवादी मुंबई हमले जैसी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
येट्स ने कहा कि मुंबई जैसे हमलों में अधिकांश मौतें पहले 30-40 मिनट के अंदर होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे हमलों से निपटने के लिए पुलिस और शक्तिशाली हथियारों की जरूरत है।
ब्रिटेन में लगभग 2,800 अधिकारियों को स्पेशल फायर आर्म्स कमांड (सीओ19), हैकलर और कोच जी 36 राइफल जैसे हथियारों को रखने की अनुमति है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।