पश्चिम बंगाल तूफान में 38 मरे, 100 घायल (लीड-3)
उत्तरी दिनाजपुर के जिलाधिकारी पीयूष कांती दत्ता ने आईएएनएस को बताया, "मंगलवार को आए तूफान में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई है जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इस भीषण तूफान में एक लाख से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।"
दत्ता ने कहा कि दूर संचार सेवाएं नष्ट हो गई हैं और हमें जानकारियां नहीं मिल पा रही हैं। मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
उन्होंने बताया कि तूफान की वजह से करनदिघी, रायगंज, कलियागंज और हेमताबाद विकास खंडों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि तूफानी हवाएं मंगलवार को रात 10.30 बजे 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आईं। इस तूफान से जिले के चार विकास खंडों में भारी तबाही हुई।
राज्य के नागरिक सुरक्षा मंत्री श्रीकुमार मुखर्जी ने बताया कि स्थिति 'बहुत भयावह' है। करनदिघी, ईटाहार और रायगंज सहित चार विकास खंडों के दर्जनों गांव का सपंर्क पूरी तरह कट चुका है। यहां टेलीफोन सेवाएं और सड़क संचार सेवाएं पूरी तरह ठप पड़ गई हैं।
जिला सूत्रों के मुताबिककरनदिघी विकास खंड में 18 लोगों की मौत हुई है।
श्रीकुमार मुखर्जी ने कहा, "सिर्फ कच्चे ही नहीं बल्कि पक्के मकान भी इस तूफान के प्रभाव से नहीं बच सके हैं। बिजली की आपूर्ति ठप है। टेलीफोन और मोबाइल काम नहीं कर रहे हैं। हम पुलिस वायरलेस के जरिए जिले के अधिकारियों से संपर्क साधने की कोशिश में हैं।"
पुलिस महानिरीक्षक (उत्तरी बंगाल) कुंदन लाल टमटा ने आईएएनएस को बताया कि पुलिस की सात छावनियां ढह गई हैं लेकिन अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
टमटा ने कहा, "बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं लेकिन अभी हम आंकड़ों की पुष्टि नहीं कर सकते। बहुत लोगों के गिरे हुए पेड़ों और ढहे मकानों के नीचे दबे होने की आशंका है।"
इस तूफान के मद्देनजर राज्य सरकार ने अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाने के आदेश दिए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।