मैं मौत से नहीं डरता : जरदारी
अपने सरकारी आवास पर 'सूफी मत और शांति' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "मैं मौत से नहीं डरता। मैं अपनी मौत का इंतजार कर रहा हूं और मैं मौत से बचकर एवान-ए-सद्र पहुंचा हूं।"
समाचार एजेंसी ऑनलाइन ने जरदारी के हवाले से कहा है, "कुछ लोग अभी भी अपने लाभ के लिए धर्म को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। हम अपनी सीमाओं पर उसके परिणामों को भुगत रहे हैं।"
यह सम्मेलन पाकिस्तान एकेडमी ऑफ लेटर्स की ओर से आयोजित किया गया था और इसमें दुनिया भर के धार्मिक अध्येताओं ने हिस्सा लिया।
जरदारी ने कहा, "हम इस्लाम के अनुयायी हैं लेकिन आज इस बात की सख्त आवश्यकता है कि हमें सूफी मत के एजेंडे को आगे बढ़ाना चाहिए।"
जरदारी ने कहा, "धार्मिक सद्भाव की भी आवश्यकता है। शांतिमय दुनिया के लिए मानवता के संघर्ष में सूफी मत को एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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