सोनिया ने कांग्रेस सांसदों से कहा, महिला आरक्षण सबसे महत्वपूर्ण (लीड-1)
कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, "महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सबसे पहले राजीव गांधी ने सपना देखा थे। इस सपने को कई वर्ष गुजर चुके हैं। यह गर्व का विषय है कि देर से ही सही लेकिन हमारी सरकार ने इस विधेयक को मंजूरी दी।"
उन्होंने कहा, "आठ मार्च को हम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाएंगे। इस महत्वपूर्ण दिन यदि यह ऐतिहासिक विधेयक पेश और पारित हो गया, तो महिलाओं के लिए इससे बड़ा और क्या उपहार हो सकता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य सुरक्षा विधेयक भी संसद के वर्तमान सत्र में ही पेश किया जाएगा।
बैठक में मौजूद एक सांसद ने बताया कि सोनिया ने एक संतुलित बजट पेश करने के लिए वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की प्रशंसा भी की।
करीब 30 मिनट तक चली यह बैठक सुबह 9.30 बजे आरंभ हुई थी।
लोकसभा व राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव पिछले 13 वर्षो से लंबित है। पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवगौड़ा की सरकार ने सबसे पहले वर्ष 1996 में इसे संसद में पेश किया था।
इस विधेयक को कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और वामदलों का समर्थन हासिल है लेकिन समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (युनाइटेड) इसके विरोध में हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।