भारत ने हॉलब्रुक की राय खारिज की, काबुल जाएंगे मेनन
नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। भारत सरकार ने बीती 26 फरवरी को काबुल में हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में अफगानिस्तान व पाकिस्तान में विशेष अमेरिकी दूत रिचर्ड हॉलब्रुक की राय को खारिज कर दिया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन शुक्रवार को काबुल जाएंगे।
हॉलब्रुक ने कहा था कि काबुल में हुए आतंकवादी हमले में भारतीय निशाना नहीं थे। इस हमले में छह भारतीय मारे गए थे। सरकारी सूत्रों ने आईएएनएस को बताया, "हम इससे सहमत नहीं हैं। हॉलब्रुक अपनी निजी राय रखने के लिए स्वतंत्र हैं। हमने इसको संज्ञान में लिया है।"
भारत को उम्मीद है कि जब मेनन शुक्रवार को काबुल जाएंगे तब काबुल हमले से जुड़ी जांच में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हाथ लग सकते हैं। मेनन अपने काबुल प्रवास के दौरान अफगानी राष्ट्रपति हामिद करजई, विदेश मंत्री जालमे रसूल और अफगानिस्तान के अन्य शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे।
मेनन वहां मौजूद लगभग 4,000 भारतीयों की सुरक्षा की समीक्षा करेंगे। अफगानिस्तान में ज्यादातर भारतीय पुनर्निर्माण कार्यो से जुड़े हैं।
वैसे यहा पहला मौका नहीं है जब काबुल में भारतीयों निशाना बनाया गया है। इससे पहले जुलाई, 2008 और अक्टूबर, 2009 में काबुल स्थित भारतीय दूतावास पर आतंकवादी हमले हुए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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