राहुल ने बुंदेलखण्ड में लगाई महिलाओं की पाठशाला (लीड-1)
राहुल ने महिलाओं की इस पाठशाला में न केवल उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग होने की सीख दी, बल्कि जरूरत पड़ने पर एकजुटता से अपनी ताकत दिखाने में पीछे न रहने की नसीहत भी दी।
राहुल गांधी लगभग डेढ़ साल बाद एक बार फिर सोमवार को बुंदेलखण्ड में झांसी जिले के घिसौली गांव पहुंचे। वहां उन्होंने कृषि केंद्र में राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के तहत काम कर रहे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ जमीन में बैठकर चर्चा की। उन्होंने महिलाओं से उनकी समस्याएं सुनी और कहा कि उन्हें अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराना चाहिए।
राहुल ने महिलाओं से कहा कि उन्हें बैकों से ऋण लेने में भी हिचक नहीं दिखानी चाहिए। लगभग एक घंटे तक महिलाओं के बीच रहे राहुल गांधी ने उस जमीनी हकीकत को भी जानने की कोशिश की, जिनसे इस इलाके के लोगों को, खासकर महिलाओं को दो चार होना पड़ता है।
महिलाओं ने राहुल को बताया कि सूखा पड़ा है, पानी का संकट है और रोजगार की समस्या बनी हुई है। महिलाएं राहुल गांधी को अपने बीच पाकर भाव विभोर हो उठीं। महिलाओं ने राहुल के स्वागत में कई गीत गाए। इसके बाद राहुल बघौरा गांव चले गए।
बुंदेलखण्ड राहुल गांधी की प्राथमिकता सूची में है। वहां के लोगों के दर्द को उन्होंने महसूस किया है। अप्रैल 2007 में राहुल गांधी ने इस इलाके का गुपचुप दौरा किया था और लोगों को भरोसा दिलाया था कि हालात बदलने की हर संभव कोशिश होगी और उसी क्रम में केंद्र सरकार ने विशेष पैकेज के तहत सात हजार करोड़ रुपये भी मंजूर किए है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।