मुसलमान योग कर सकते हैं : दारुल उलूम
ज्ञात हो कि इंडोनेशिया के उलेमा कौंसिल ने शनिवार को बैठक आयोजित कर मुसलमानों के योग करने के खिलाफ फतवा जारी कर दिया। फतवे में योग के दौरान हिंदू मंत्रों के जाप पर आपत्ति की गई है।
उधर, उत्तरप्रदेश के देवबंद कस्बे में स्थित दारुल उलूम में हदीथ के विशेषज्ञ, कारी उस्मान ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "इस्लाम योग या किसी अन्य तरह के शारीरिक व्यायाम की मनाही नहीं करता। बात सिर्फ इतनी है कि आप इसे किस मकसद से कर रहे हैं। यदि आप इसे स्वास्थ्य कारणों से कर रहे हैं तो योग या किसी अन्य तरह के व्यायाम में कोई समस्या नहीं है।"
उस्मान ने आगे कहा, "वास्तव में पैगंबरों ने लोगों को एक स्वस्थ जीवन जीने पर जोर दिया था। ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो मुस्लिम सभ्यता में विभिन्न प्रकार के व्यायाम की परंपरा रही है।"
इधर, योग गुरु स्वामी रामदेव ने सलाह दी है कि मुस्लिम समुदाय के लोग योग के दौरान 'ओम' के बदले 'अल्लाह' का जाप कर सकते हैं।
इस पर कारी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "व्यायाम जब शारीरिक तंदुरुस्ती के लिए किए जाते हैं तो फिर उसमें धार्मिक मंत्रों को क्यों शामिल किया जाता है?"
इंडोनेशिया व पाकिस्तान के बाद भारत में मुसलमानों की सबसे बड़ी आबादी है। यहां लगभग 14 करोड़ मुसलमान रहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।